राहुल ने कोरोना से निपटने की रणनीति को लेकर सरकार पर निशाना साधा इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोविड-19 महामारी से निपटने की रणनीति को लेकर शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने आरोप लगाया था कि सरकार की रणनीति सिर्फ ‘तुगलकी लॉकडाउन’ लगाने और घंटी बजवाने की है.
उन्होंने ट्वीट किया था , ‘केंद्र सरकार की कोविड रणनीति- पहला चरण- तुग़लक़ी लॉकडाउन लगाओ. दूसरा चरण- घंटी बजाओ. तीसरा चरण- प्रभु के गुण गाओ.’ बाद में उन्होंने पिछले साल के अपने एक बयान का वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए कहा कि एक साल बाद भी लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं.
उन्होंने कहा था, ‘एक साल बाद भी लोग पीड़ा झेल रहे हैं, हमारा स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचा ध्वस्त पड़ा है और हमारे प्रधानमंत्री अपनी जिम्मेदारियों से निरंतर पल्ला झाड़ रहे हैं.’
राहुल का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब देश के सभी राज्यों में बढ़ते कोरोना मामलों के चलते स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति गंभीर हो गई है.
कहीं अस्पताल में बेड खाली नहीं है तो कहीं ऑक्सीजन की कमी की शिकायत आ रही है. कई जगहों पर संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल लाई जाने वाली दवाओं की भी भारी कमी है.
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान एक सभा में ‘श्मशान और कब्रिस्तान’ का जिक्र किया था. फतेहपुर की एक रैली में पीएम मोदी ने कहा था- ‘गांव में अगर कब्रिस्तान बनता है .
तो श्मशान भी बनना चाहिए, रमजान में बिजली मिलती है तो दिवाली में भी मिलनी चाहिए, होली में बिजली आती है तो ईद पर भी आनी चाहिए.’ राहुल ने पीएम मोदी के इसी बयान की ओर इशारा किया है.
देश में कोरोना संक्रमण (Coronavirus In India) के बढ़े मामले और मृतकों की बढ़ती संख्या को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर सीधा हमला बोला है.
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के एक पुराने बयान का अप्रत्यक्ष जिक्र किया है. राहुल ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा है- ‘श्मशान और क़ब्रिस्तान दोनों… जो कहा सो किया. #ModiMadeDisaster’