राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा – अस्पतालों मे ऑक्सीजन

कोरोना मामले अप्रैल से जून तक खतरनाक रूप से बढ़े थे। मई में कोरोना के लगभग 4 लाख से अधिक मामलों और 4,000 मौतों हुई थी। दिल्ली के निजी अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

कई राज्यों के अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी की सूचना दी थी। राज्य के कई अस्पतालों ने कहा था कि ऑक्सीजन की कमी के कारण कई मरीजों की मौत हुई है। केंद्र की मोदी सरकार कोरोना महामारी के दौरान लोगों को बचाने में विफल साबित हुई है।

केंद्र ने कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल के द्वारा पुछे गए सवाल का जवाब देते हुए मंगलवार को राज्यसभा को बताया था कि ऑक्सीजन की कमी के कारण राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा कोरोना की दूसरी ​लहर के दौरान विशेष रूप से कोई मौत नहीं हुई थी।

इस बीच, भारतीय जनता पार्टी ने इस बयान का बचाव करते हुए कहा कि केंद्र सिर्फ कोरोना से हुई मौतों पर डेटा एकत्र करता है, केंद्र इसे खुद नहीं बनाता। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को कहा था स्वास्थ्य राज्य का विषय है और किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने मौतों के संबंध में कोई डेटा नहीं भेजा, विशेष रूप से ऑक्सीजन की कमी के कारण।

केंद्र द्वारा ‘मौतें ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई’ के बायन को लेकर राहुल गांधी ने ‘ऑक्सीजन की कमी’ के बारे में ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, सब याद रखा जाएगा। उन्‍होंने ट्वीट में हैशटैग #OxygenShortage भी लिखा।

वीडियो में ऑक्सीजन की कमी से दिल्ली के लोगों की मौत की खबर फ्लैश होती है और ऑक्सीजन की कमी से तड़प रहे मरिजों की तस्वीरें दिख रही हैं। ऑक्सीजन सिलेंडरों को भरने के लिए लंबी कतार में खड़े लोगों की तस्वीरें और गोवा के एक अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण 75 लोगों की मौत हो दिखाया गया है। ​

 केंद्र सरकार ने हाल ही में संसद को बताया था कि कोरोना की दूसरी लहर में कहीं भी ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है- सब याद रखा जाएगा।