पंजाब : नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफा देने पर मनीष तिवारी का बड़ा बयान , कहा – सबसे ज्यादा खुशी तो…

पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू इस्तीफा देने के बाद अब अपनों के ही निशाने पर आ गए हैं. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी इशारों में सिद्धू पर बड़ा हमला बोला है. तिवारी ने कहा है कि पंजाब में कलह से सबसे ज्यादा खुशी पाकिस्तान को होगी. उन्होंने यह भी कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की बात सच साबित हो रही है. बता दें कि मनीष तिवारी को कैप्टन ग्रुप का नेता माना जाता है.

मनीष तिवारी ने सिद्धू को निशाने पर लेते हुए कहा, ”पंजाब में जो घटनाक्रम पिछले कुछ दिनों में घटा, वो दुर्भाग्यपूर्ण था. अगर पंजाब की अस्थिरता पर किसी को खुशी है तो वो पाकिस्तान को है. उनको लगता है कि पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती है तो उनको फिर अपने काले मंसूबों को अंजाम देने का एक और मौका मिलेगा.”

पंजाब में राजनीतिक उथल पुथल के बीच कांग्रेस पाप्टी पूरी तरह बंटी नजर आ रही है. कांग्रेस नेता जमकर एक दूसरे खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के खिलाफ बयान को कैप्टन को घेरा है. दीक्षित ने कहा, ”मुझे लगता है उनको नाराज नहीं होना चाहिए, उनको पद विधायकों की नाराजगी की वजह से छोड़ना पड़ा है. आप बार बार बयान दे रहे थे, जैसे ही आपका पद गया आप उन पर सवाल कर रहे है, ये सही नहीं है. मुझे नहीं लगता अमरिंदर सिंह के बयान पर ध्यान नहीं देना चाहिए. मुझे नहीं लगता उनको इस तरह के बयान देने चाहिए.”

उधर केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने पंजाब में कांग्रेस के संकट को लेकर पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधा है. नकवी ने कहा है कि कांग्रेस नेतृत्व म्युज़िकल चेयर खेल रहा है. नकवी ने कहा, ”यह ग्रैंडरोल पार्टी झटकों का झाड़ और झमेलों का पहाड़ बन गयी है. यह पार्टी झटकों के झाड़ और झमेलों के पहाड़ के बीच झूल रही है. दिक्कत यह है कि यह लोग नो बॉल और हिट विकेट का रिकॉर्ड बनाने में लगे हुए हैं. हम तो यही कहेंगे कि सब कुछ जल्दी ठीक हो जाए.”

पंजाब में कांग्रेस ‘गुरु’ के खेल में उलझ गई है. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में हड़कंप मचा है. चंडीगढ़ से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है. कल रात सिद्धू के घर बड़ी बैठक हुई है जिसमें चन्नी सरकार के कई मंत्री और विधायक शामिल हुए. सिद्धू के समर्थन में कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना समेत अब तक सरकार और संगठन से चार लोग इस्तीफा दे चुके हैं.