लखीमपुर जाने से रोका, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव और शिवपाल यादव जैसे नेताओं को प्रशासन ने हिरासत में लिया

लखीमपुर में रविवार को भाजपा नेताओं के काफिले की गाड़ी से 4 किसानों की कुचलकर मौत होने भड़की हिंसा के बाद अब राजनीति भी तेज हो गई है। प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव और शिवपाल यादव जैसे नेताओं को प्रशासन ने हिरासत में ले लिया है और लखीमपुर जाने से रोका जा रहा है।

 

इस बीच पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी लखीमपुर आना चाहते हैं। हालांकि यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने लखनऊ एयरपोर्ट प्रशासन को आदेश दिया है कि उनके विमान को लैंडिंग न करने दिया जाए। अब पंजाब के सिविल एविएशन डायरेक्टर ने पत्र लिखकर सीएम के चौपर की लैंडिंग की परमिशन मांगी है।

लखीमपुर में प्रियंका गांधी के जाने के ऐलान के बाद भी आखिर पंजाब के सीएम क्यों जाना चाहते हैं? यह सवाल जरूर आपके मन में होगा। दरअसल लखीमपुर में चल रहा बवाल पंजाब की राजनीति के लिहाज से भी अहम हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गाड़ी से कुचलकर मारने वाले 4 किसानों में से 3 सिख हैं। हालांकि प्रशासन ने किसी की भी पहचान की पुष्टि नहीं की है। इसके अलावा पीलीभीत, अमरोहा, लखीमपुर जैसे यूपी के जिलों में सिखों की अच्छी खासी आबादी है। यहां सिख व्यापारी समुदाय है और खेती-किसानी से भी जुड़ा हुआ है।

ऐसे में पंजाब के सीएम इस इलाके का दौरा कर अपने राज्य में यह संदेश देना चाहते हैं कि वह सिखों के हितों के लिए तत्पर हैं। इसके अलावा किसान आंदोलन का अब तक सबसे ज्यादा असर भी पंजाब में ही देखा गया है। ऐसे में सीएम चन्नी यह संदेश देना चाहते हैं कि हर जगह कांग्रेस किसानों के हित के लिए तत्पर है। चन्नी यूपी के अपने दौरे से पंजाब में संदेश देने की कोशिश में हैं। हालांकि यूपी प्रशासन के सख्त तेवरों से साफ पता चलता है कि वह इस बवाल को ज्यादा हवा न मिले, इसलिए नेताओं की एंट्री नहीं होने देगा। ऐसे में चरणजीत सिंह चन्नी को लखीपुर पहुंचने की अनुमति मिलना मुश्किल लगता है।