राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी का बड़ा बयान , कहा – परमाणु समझौते पर…

इस बीच खतीबजादे ने चेतावनी दी कि हम एक समझौते पर पहुंचने के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं करते हैं जो ईरानी लोगों के हितों की गारंटी दे सकता है।

 

हम समझौते पर पहुंचने की जल्दी में नहीं हैं, लेकिन हम वार्ता को खराब नहीं होने देंगे। 2015 में हुए समझौते के तहत, तेहरान ने आर्थिक प्रतिबंधों में कमी के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम के कुछ हिस्सों को वापस लेने पर सहमति व्यक्त की थी।

उन्होंने कहा कि हालांकि, अभी भी महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन्हें बड़े पैमाने पर अन्य पक्षों, विशेष रूप से अमेरिका द्वारा तय करने की आवश्यकता है, क्योंकि ऐतिहासिक परमाणु समझौते के पुनरुद्धार पर समझौते को अंतिम रूप देना, जिसे आधिकारिक तौर पर संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) कहा जाता है, राजनीतिक इच्छाशक्ति और इसमें शामिल अन्य दलों के कड़े फैसलों पर निर्भर करता है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीबजादेह के हवाले से मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि रायसी की सरकार भी इसके (संभावित समझौते) के लिए प्रतिबद्ध होगी क्योंकि प्रतिबद्धताओं और वादों का पालन हमेशा इस्लामी गणराज्य के लिए एक सिद्धांत रहा है। खतीबजादेह ने कहा कि ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में परमाणु वार्ता में प्रगति हुई है और वार्ता के सभी पक्षों ने इसे स्वीकार किया है।

ईरान ने 2015 के परमाणु समझौते और प्रतिबंधों को हटाने पर मंगलवार को एक बड़ा बयान दिया है। कुछ समय पहले ही ईरान में राष्ट्रपति के चुनाव हुए थे, जिसमें इब्राहिम रायसी ने शानदार जीत दर्ज की। तो नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने अपना रुख स्पष्ट्र करते हुए कहा कि अगले महीने नई सरकार बनने के बाद भी ईरान का रुख नहीं बदलेगा।