गंगा किनारे बालू में दफन शवों को लेकर प्रयागराज डीएम ने दिए ये बड़ा आदेश, फ़ौरन करने को कहा…

वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन ने इस मामले में स्पष्ट कर दिया है कि उनकी तरफ से ऐसे आदेश नहीं जारी किए गए थे। डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने पूरे मामले की जांच अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) और अपर पुलिस अधीक्षक (गंगापार) को सौंपी गई है।

डीएम ने कहा यह द्वि सदस्यीय टीम यह भी देखेगी कि ऐसे अति संवेदनशील प्रकरण में किन तत्वों द्वार इस प्रकार का कृत्य किया है और उनकी मंशा क्या है। साथ ही यह समिति दोषी पाये गए व्यक्तियों के विरूद्ध समुतिक विधिक कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए अपनी संयुक्त जांच आख्या शीघ्र प्रस्तुत करेंगी।

दरअसल, पिछले कुछ हफ्तों में गंगा में कोविड पीड़ितों के बहते हुए शव और गंगा किनारे रेत में दफनाई गई सैकड़ों लाशों ने यूपी में सनसनी मचा दी थी। जिनकी तस्वीरें और वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक पार्टियों ने प्रदेश सरकार पर कई सवाल खड़े किए थे।

लेकिन शवों का हाल तब बुरा हो गया, जब तेज बारिश, हवा के कारण रेत हटने लगी। ऐसे में दफनाए गए शव बाहर आने शुरू हो गए, जिनसे बाद शवों से कफन हटाने और आस-पास लगाई गई लकड़ियां को हटाने का एक वीडियो सामने आया है।

गंगा किनारे दफनाए गए शवों से कफन हटाने का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो होने के बाद ये मामला तूल पकड़ने लगा है।

तो वहीं, अब इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए प्रयागराज जिले के जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए है। बता दें कि शवों से कफन हटाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विपक्ष ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए तीखा हमला भी बोला। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि उनके आदेश पर कब्रों से कफन या लकड़ी नहीं हटाई गई है।