राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए पीएम मोदी की दोस्ती फिर आई काम, करने जा रहे…

राजनीति सैन्य मामलों के सहायक विदेश मंत्री क्लार्क कूपर ने पत्रकारों से कहा, ‘इससे हमारे सहयोगियों को मदद मिलेगी. इससे उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा वाणिज्य संबंधी अपनी तत्काल जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी तथा साथ ही अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी आर्थिक हित पूरे होंगे.’

 

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैली मेकनैनी ने एक बयान में कहा, ‘इस कदम से अपने साझेदारों की क्षमताओं में सुधार कर अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा बढ़ेगी अमेरिकी उद्योग के लिए ड्रोन बाजार का विस्तार करके आर्थिक सुरक्षा में वृद्धि होगी.’

अब एक कदम आगे बढ़ते हुए ट्रंप प्रशासन भारत से अपनी दोस्ती निभाने जा रहा है. बताते हैं कि ट्रंप प्रशासन ने बड़ा बदलाव करते हुए अपने मित्र देशों को ड्रोनों (Drone) का निर्यात करने के मानकों में शुक्रवार को ढील दे दी है.

नयी नीति के तहत प्रति घंटे 800 किलोमीटर से कम गति से उड़ने वाले ड्रोन अब मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) के अधीन नहीं रहेंगे.

भले ही कांग्रेस  समेत समग्र विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  की विदेश यात्रा खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप  से दोस्ती पर सवालिया निशान लगा रहे हों, लेकिन चीन  से हालिया विवाद में साफ हो गया कि अमेरिका हर हाल में भारत के साथ खड़ा हुआ है.