पाक कबूलनामे के बाद पीएम मोदी ने लिया ये बड़ा एक्शन , सेन हुई तैयार…

पीएम मोदी बोले, पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आईं हैं, जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है, उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं। पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका बड़ा उदाहरण है।

 

पीएम मोदी ने राजनीतिक दलों से आग्रह करते हुए कहा, देश की सुरक्षा के हित में, हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी राजनीति न करें, ऐसी चीजों से बचें।

अपने स्वार्थ के लिए, जाने-अनजाने आप देशविरोधी ताकतों के हाथों में खेलकर, न आप देश का हित कर पाएंगे और न ही अपने दल का। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें ये हमेशा याद रखना है कि हम सभी के लिए सर्वोच्च हित- देशहित है। जब हम सबका हित सोचेंगे, तभी हमारी भी प्रगति होगी, उन्नति होगी।

पीएम मोदी ने कहा, आज जब मैं अधिकारियों की परेड देख रहा था, मेरे दिमाग में एक छवि उभर आई. यह छवि पुलवामा हमले की थी। देश कभी नहीं भूल सकता है कि जब भारत अपने बेटों की मौत का शोक मना रहा था और कुछ लोग उस दुःख का हिस्सा नहीं थे। वे पुलवामा हमले में भी फायदे की तलाश में थे। उन्होंने कहा कि देश कभी नहीं भूल सकता कि उस समय किस तरह की टिप्पणी की गई थी।

पीएम मोदी ने कहा कि देश भूल नहीं सकता कि तब कैसी-कैसी बातें कहीं गईं, कैसे-कैसे बयान दिए गए। देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी।

पीएम मोदी ने पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान की संसद में हुए कबूलनामे को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि जब हमले में 40 से अधिक अर्धसैनिक बल के जवान शहीद हुए तो इन दलों को दुख नहीं हुआ।

सरदार पटेल की आज 145वीं जयंती है, जिसे राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। पटेल की जयंती पर गुजरात के केवडिया में एकता दिवस परेड का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी शामिल हुए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के गुजरात दौरे पर हैं। अपनी दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन यानी आज पीएम मोदी ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पहुंचे, जहां उन्होंने स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी जयंती के दिन श्रद्धांजलि अर्पित की है।