पीएम मोदी अगले हफ्ते करेंगे बांग्लादेश का दौरा, दोनों के बीच हो सकता है ये बड़ा समझौता

बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने जानकारी दी कि दोनों देशों के बीच तीन समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। हालांकि इन समझौतों को अंतिम रूप नहीं दिया गया है।

बांग्लादेश के विदेश सचिव मसूद बिन मोमेन ने कहा कि दोनों देशों में आपदा प्रबंधन और सहयोग के क्षेत्र में समझौते हो सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम अभी समझौतों पर काम कर रहे हैं।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, सभी देशों के प्रमुख बांग्लादेश की आजादी में अपने प्राण न्योछावर करने वालों को श्रद्धांजलि देने सावर स्थित राष्ट्रीय स्मारक जाएंगे। साथ ही वह बंगबंधु संग्रहालय जाएंगे, सैन्य परेड का हिस्सा बनेंगे और भोज में शामिल होंगे।

मोमेन ने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और विभिन्न देशों के कुछ उच्चस्तरीय नेता इस मौके पर अपना वीडियो संदेश भेजेंगे।

बांग्लादेश में बुधवार से शुरू होने जा रहे इस कार्यक्रम में विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने दस दिवसीय समारोह के बारे में कहा कि बांग्लादेश के लिए यह ऐतिहासिक कार्यक्रम है, क्योंकि दस दिन की समयावधि में इससे पहले कभी पांच देशों के प्रमुख यहां नहीं आए हैं।

मोमेन ने आगे कहा, मौजूदा समय बहुत अनुकूल नहीं है, इसके बावजूद पड़ोसी देशों के राष्ट्राध्यक्ष और वहां के सरकारी प्रतिनिधि हमारे राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां आ रहे हैं।

अपनी ढाका यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ना केवल बांग्लादेश की अपनी समकक्ष शेख हसीना से वार्ता करेंगे और ढाका के आसपास तीन स्थानों पर भी जाएंगे।

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अगले स्प्ताह बांग्लादेश (Bangladesh) के ढाका (Dhaka) दौरे पर जा रहे हैं। वे वहां बांग्लादेश के आजादी की स्वर्ण जयंती और संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशती के मौके पर होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेने पहुंच रहे हैं।

दरअसल कोरोना संकट के बीच मोदी की ये पहली विदेश यात्रा है और बताया जा रहा है कि इस दौरान दोनों देशों के बीच तीन समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकत है।

वह 26 मार्च को ढ़ाका पहुंचेंगे और अगले ही दिन भारत लौट आएंगे। बांग्लादेश में होने वाले इस कार्यक्रम में पीएम मोदी सहित नेपाल, श्रीलंका, भूटान और मालदीव के राष्ट्राध्यक्ष अलग-अलग समारोह में शिरकत करेंगे।