एक पक्षी को बचाने के लिए पीएम मोदी चढ़ गए यहाँ, मिली वाहवाही
November 24, 2019
एम नरेंद्र मोदी मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए बोला कि मेरा भी सौभाग्य रहा कि बचपन में मेरे गांव के स्कूल में एनसीसी कैडेट रहा, मुझे इस अनुशासन व यूनिफॉर्म के बारे में मालूम है.
भिन्न-भिन्न राज्यों के एनसीसी कैडेट्स से उनके अनुभव के बारे में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जानकारी ली. उन्होंने बोला कि एनसीसी संसार के सबसे बड़े यूनिफॉर्म यूथ ऑर्गेनाइजेंशस में एक है. इसमें सेना, नौसेना व वायुसेना तीनों शामिल है. लीडरशिप, देशभक्ति, सेल्फलेस सर्विस, देशभक्ति, सबको अपने चरित्र को भाग का बनाने की रोमांचक यात्रा का नाम एनसीसी है.
पीएम मोदी ने बोला कि मेरा भी सौभाग्य रहा कि बचपन में मेरे गांव के स्कूल में एनसीसी कैडेट रहा, मुझे इस अनुशासन व यूनिफॉर्म के बारे में मालूम है. अनुशासन के लिए एनसीसी में सजा के सवाल पर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोला कि मुझे कभी सजा नहीं मिली, मैं अनुशासन मानने वाला था. एक बार गलतफहमी हो गई थी, मैं पेड़ पर चढ़ गया. पतंग की डोर में एक पंक्षी फंस गया था, उसे बचाने के लिए मैं चढ़ा था. पहले मुझे लगा कि कुछ कार्रवाई होगा, लेकिन मुझे वाहवाही मिली.
प्रधानमंत्री ने देश भक्ति व सेवा के रंग में रंगे युवाओं में जोश भरते हुए नौजवान पीढ़ी को एनसीसी दिवस की शुभकामनाओं से अपनी मन की बात प्रोग्राम की आरंभ की.पीएम ने बोला कि मैं भी आप ही की तरह कैडेट रहा हूं व मन से आज भी अपने आपको कैडेट मानता हूं. एनसीसी यानी नेशनल कैडेट कॉर्प्स.संसार के सबसे बड़े वर्दी वाले युवा संगठन में एनसीसी एक है. यह एक त्रि-सेवा संगठन है जिसमें सेना, नौ-सेना, वायुसेना तीनों ही शामिल हैं.संसार की बड़ी एकरूप युवा संगठनों में से एक हिंदुस्तान की एनसीसी है जिसमें सेना के तीनों अंग- सेना, नौसेना व वायु सेना शामिल हैं. एनसीसी का मतलब है अपने व्यवहार व अपनी आदतों में कुशल नेतृत्व, देशभक्ति, निःस्वार्थ सेवाभाव, अनुशासन कड़ी मेहनत को शामिल करना.
एक हिंदुस्तान श्रेष्ठ हिंदुस्तान कैंप के लिए उत्तर पूर्वी क्षेत्र व विभिन्न राज्यों से दिल्ली आए एनसीसी के नौजवानों ने पीएम मोदी से अपने बेहतरीन अनुभव साझा किए.पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सात दिसंबर को आर्म्ड फोर्सिज फ्लैग डे के मौका पर देशवासियों को वीर सैनिकों के अदम्य साहस, शौर्य वसरेंडर भाव के प्रति कृतज्ञता जाहीर करते हुए उनके सम्मान वभागीदारी के लिए आगे आने का आह्वान किया. उन्होंने बोला कि स्वस्थ शरीर से ही ताकत मिलती है व आत्म विश्वास बढ़ता है जिससे व्यक्तित्व में निखार आता है. सीबीएसई की पहल से दिसंबर माह में स्कूलों में फिट इंडिया हफ्ते मनाना एक सराहनीय कदम है.