पाकिस्तान के आतंकवाद को हराने के लिए पीएम मोदी ने किया ये बड़ा काम

पीएम नरेंद्र मोदी ने पाक की ओर संकेत करते हुए बोला कि सार्क राष्ट्रों के बीच अधिक योगदान के लिए हिंदुस्तान की कोशिशों को चुनौती मिल रही है.

प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने सार्क के स्थापना दिवस पर सार्क सचिवालय को लिखे लेटर में बोला कि क्षेत्र के सभी राष्ट्रों को आतंकवाद की बुराई  उसका समर्थन करने वाली ताकतों को हराने के लिए प्रभावी कदम उठाने ही चाहिए. ऐसी कोशिशों से एक मजबूत सार्क बनाने के लिए अधिक भरोसा मिलेगा.

पीएम मोदी ने बोला कि सार्क ने प्रगति की है,लेकिन  अधिक करने की आवश्यकता है. ज्यादा योगदान की हमारी कोशिशों को बार-बार आतंकवाद के खतरों से चुनौती मिली है. ऐसा माहौल सार्क की पूरी क्षमता साकार करने के हमारे साझा उद्देश्य को बाधित कर रहा है. यह महत्वपूर्ण है कि क्षेत्र में सभी देश आतंकवाद की बुराई  उसका समर्थन करने वाली ताकतों को हराने के लिए प्रभावी कदम उठाएं.

गौरतलब है कि हिंदुस्तान बीते तीन सालों से सार्क में शामिल नहीं हो रहा है. उसने पाक में पनप रहे आतंकवाद  उससे उत्पन्न सुरक्षा चुनौतियों का हवाला दिया है. वहीं,पाकिस्तान भी सार्क का एक मेम्बर है. पाक के पीएम इमरान खान ने 35वें सार्क चार्टर दिवस पर अपने संदेश में उम्मीद जताई कि दक्षेस के लगातार प्रगति में आया ठहराव खत्म होगा.

आखिरी सार्क शिखर सम्मेलन 2014 में आयोजित हुआ था

गौरतलब है कि आखिरी सार्क शिखर सम्मेलन 2014 में काठमांडू में आयोजित हुआ था, जिसमें प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाग लिया था. वर्ष 2016 में सार्क शिखर सम्मेलन इस्लामाबाद में होना था. मगर उसी वर्ष 18 सितंबर को जम्मू और कश्मीर के उरी में इंडियन आर्मी के कैंप पर आतंकी हमले के बाद हिंदुस्तान ने उस समय की परिस्थितियों को देखते हुए सम्मेलन में भाग लेने से मना कर दिया. हालांकि, शिखर सम्मेलन तब रद्द कर दिया गया जब बांग्लादेश, भूटान  अफगानिस्तान ने भी इस्लामाबाद में शिखर सम्मेलन में भाग लेने से मना कर दिया.