अमेरिकी स्ट्राइक में ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की मृत्यु के बाद अमेरिका व ईरान के बीच बढ़ती विवाद के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से वार्ता की है।
सूत्रों के मुताबिक प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्रंप को नए वर्ष की शुभकामना दी। इस विषय में पीएम ऑफिस ने बयान जारी कर बोला कि पीएम ने आपसी हितों को बढ़ावा देने वाले क्षेत्रों में योगदान की बात कही। हिंदुस्तान व अमेरिका के संबंध मजबूत हुए हैं। पिछले वर्ष दोनों राष्ट्रों के बीच रणनीतिक साझेदारी में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। आपसी हितों के क्षेत्र में पीएम ने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ मिलकर कार्य करने की इच्छा जताई।
उल्लेखनीय है कि ट्रंप के आदेश पर ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्डस कॉर्प्स के कमांडर सुलेमानी पर 3 जनवरी को ड्रोन हमला किया गया था। यह हमला बगदाद इंटरनेशल एयरपोर्ट रोड पर किया गया। हमले की ईरान में व्यापक निंदा हुई है। देश के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला अली खामेनेई व राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अमेरिका से बदला लेने का संकल्प लिया है।
ईरान ने मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मर्डर को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सिर पर आठ करोड़ डॉलर का ईनाम रखा है। सुलेमानी के जनाजे के दौरान आधिकारिक प्रसारकों ने रविवार को हर ईरानी से एक डॉलर देने की अपील की, यह राशि अमेरिका के राष्ट्रपति की मर्डर करने वाले को दी जाएगी। यह घोषणा की गई, “ईरान में 8 करोड़ निवासी हैं। ईरान की आबादी के आधार पर हम 8 करोड़ डॉलर की राशि जुटाना चाहते हैं, जो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मर्डर करने वाले के लिए ईनाम होगी। ”
हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने बोला है कि सुलेमानी दिल्ली से लेकर लंदन तक ईरानी ऑपरेशनों के लिए जिम्मेदार थे। 2012 में दिल्ली में इजरायली राजनयिक की गाड़ी पर हमला किया गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति की बात को संभवतया इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। हिंदुस्तान ने उस वक्त ईरान को आगाह भी किया था कि वह यहां किसी प्रकार की गतिविधि को अंजाम नहीं दे।
सुलेमानी की मृत्यु के बाद खाड़ी क्षेत्र में तनाव के चलते ऑयल के दामों में बढ़ोतरी हो गई है। उनकी मृत्यु के तत्काल बाद चार फीसदी तक प्रति बैरल कच्चे ऑयल के दामों में बढ़ोतरी हुई। इसका प्रभाव हिंदुस्तान पर भी पड़ रहा है।