पीएम मोदी ने खोली पाकिस्तान की पोल, कहा CAA के जरिए इन्हें…

इसी के साथ उन्होंने सीएए और एनआसी पर भी बात की. वहीं दूसरी तरफ उन्होंने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, पाकिस्तान में जिस तरह दूसरे धर्म के लोगों पर अत्याचार होता है, उसे लेकर भी दुनिया भर में आवाज हमारा युवा ही उठा रहा है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर जो अत्याचार होता है उसका पर्दाफाश सीएए की वजह से हुआ है.

 

आज यानी 12 जनवरी 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर बेलूर में युवाओं को संबोधित किया इस मौके पर उन्होंने युवाओं से इस दशक में नए भारत का संकल्प लेने को कहा.

युवाओं ने पाकिस्तान के इस सच को सामने लाने में अहम भूमिका निभाई है. पाकिस्तान को जवाब देना पड़ेगा कि 70 साल में वहां अल्पसंख्यकों के साथ जुल्म क्यों हुआ. उन्होंने कहा, सीएए पर इतनी स्पष्टता के बावजूद, कुछ लोग सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट को लेकर भ्रम फैला रहे हैं. मुझे खुशी है कि आज का युवा ही ऐसे लोगों का भ्रम भी दूर कर रहा है.

बता दें, पीएम मोदी का ये बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमारन खान के उस बयान के बाद आया था जिसमें उन्होंने ब्रिटेन के अखबार ‘द टाइम्स’ में छपे एक लेख की आड़ में मोदी सरकार समेत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर फिर से निशाना साधा था.

इसके साथ ही उन्होंने भारत के मुसलमानों समेत अन्य अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों की चिंता जताते हुए मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे ‘नरसंहार’ को भारत के खिलाफ दुष्प्रचार का हथियार बनाया था.

इसके साथ ही इस पूरे लेख में तस्वीर का सिर्फ एक पहलू दर्शाते हुए वही बातें लिखी गई, जो आंदोलनकारियों को ‘निरीह’ और शासन-प्रशासन को ‘दमनकारी’ साबित करती हों.

‘द टाइम्स’ अखबार ने अपने 10 जनवरी के संस्करण में नागरिकता कानून पर चल रहे हिंसक प्रदर्शनों पर ‘इंडिया इज ए हिंदू स्टेट नॉऊ- वी आर सेकंड क्लास सिटीजंस’ शीर्षक से एक लेख प्रकाशित किया.

सौरभ शर्मा और ह्यू टॉमिलसन द्वारा लिखे गए लेख में कहा गया कि मोदी सरकार के विवादास्पद नागरिकता कानून के खिलाफ भारतीय मुसलमान अपनी आवाज बुलंद कर रहा है. इस आवाज को दबाने के लिए ‘निर्दयी और क्रूर पुलिस’ दमनकारी रुख अपना रही है.