भव्य समारोह के बीच नए संसद भवन का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, सेंगोल स्थापित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भव्य समारोह के बीच नए संसद भवन का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने नए भवन में सेंगोल भी स्थापित किया। पीएम मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला समेत भाजपा के तमाम नेता और केंद्र सरकार के मंत्री, सांसद नए संसद भवन पहुंचे।

उधर, कांग्रेस, शिवसेना  तृणमूल कांग्रेस और जनता दल (यूनाइटेड) सहित 20 से अधिक विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है। नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली पुलिस के विशेष सीपी दीपेंद्र पाठक ने कहा कि इलाके में और उसके आसपास 70 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

  • पुणे में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि विपक्ष के बिना एक नए संसद भवन का उद्घाटन करना इसे एक अधूरी घटना बनाता है। इसका मतलब है कि देश में लोकतंत्र नहीं है।
  • केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा का कहना है कि विपक्षी दलों को राजनीति नहीं करनी चाहिए और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में भाग लेना चाहिए।
  • नए संसद भवन में उद्घाटन के बाद ‘सर्व-धर्म’ प्रार्थना की गई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अन्य वरिष्ठ उपस्थित रहे। प्रार्थना सभा समाप्त होने पर पीएम मोदी ने विभिन्न लोगों से मुलाकात की।
  • पीएम नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन के निर्माण और विकास में मदद करने वाले श्रमिकों को सम्मानित किया।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे।
  • पीएम मोदी ने अनुष्ठान के बाद सेंगोल को नए संसद भवन के लोकसभा में स्थापित कर दिया है। दिल्ली में नए संसद भवन में ‘सेंगोल’ की स्थापना के बाद पीएम मोदी ने तमिलनाडु के विभिन्न अधीम संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया।
  • पीएम मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए पूजा शुरू की। पूजा का कार्यक्रम करीब एक घंटे तक चलेगा। पूजा के बाद पीएम ‘सेंगोल’ की अगवानी करेंगे और इसे नई संसद में स्थापित करेंगे।

चेन्नई के 21 धर्मपुरम अधीनम संतों ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सेंगोल सौंप दिया। नई संसद के लोकसभा कक्ष में आज सुबह 8.30 बजे से 9 बजे के बीच सेंगोल स्थापित किया जाएगा। सेंगोल का नाम तमिल शब्द ‘सेम्मई’ से लिया गया है, जिसका अर्थ धार्मिकता है। राजदंड स्वतंत्रता का एक ऐतिहासिक प्रतीक है क्योंकि यह अंग्रेजों से भारतीयों को सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक है।

नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह से पहले केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “हमारी संसद हमारे लोकतंत्र का मंदिर है। एक समय था जब राहुल गांधी ने हमारी सरकार, हमारे पीएम के अध्यादेश को जनता के सामने फाड़ दिया और हमारे लोकतंत्र को कमजोर कर दिया। विपक्षी दलों ने हमेशा लोकतंत्र को कमजोर किया है। मैं लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने के लिए पीएम को धन्यवाद देना चाहता हूं। विपक्ष को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए और इस (समारोह) में भाग लेना चाहिए।”