PM मोदी का इंटरव्यू लेने वाली महिला पत्रकार पर राहुल गांधी ने की टिप्पणी

साल 2019 के पहले दिन पीएम मोदी ने एएनआई एडिटर और वरिष्ठ पत्रकार स्मिता प्रकाश को इंटरव्यू दिया था जिसकी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आलोचना की थी। राहुल गांधी ने इस इंटरव्यू को ‘स्टेज्ड’ कहा था जबकि उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार पर भी टिप्पणी करते हुए उनके लिए लचीला (pliable) शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने राहुल गांधी की टिप्पणी पर चिंता जाहिर की है।

एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने कहा है कि स्वस्थ और सभ्य आलोचना से किसी छूट का दावा नहीं किया जाना चाहिए लेकिन उनपर किसी प्रकार का ठप्पा लगाना पत्रकारों की गरिमा को कम करने और उनको धमकाने के रूप में सामने आया है। गिल्ड ने कहा कि हम कुछ समय से देख रहे हैं कि हमारे नेता ऐसा वक्त से कर रहे हैं।

गिल्ड ने कहा कि हाल में ही बीजेपी नेताओं के साथ-साथ आप नेताओं ने पत्रकारों को बाजारू, प्रेस्टीच्यूट, खबरों के कारोबारी और दलाल जैसे अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। पत्रकार के साथ सिर्फ इसलिए ऐसा बर्ताव करना क्योंकि उसने एक विपक्षी नेता का इंटरव्यू लिया, गलत है और मैसेंजर को दबाने जैसा है।

राहुल गांधी ने वरिष्ठ पत्रकार स्मिता प्रकाश के बारे में कहा था कि सवाल पूछने वाली पत्रकार खुद ही उसका जवाब दे रही थी। वहीं, स्‍म‍िता प्रकाश ने राहुल गांधी को ट्विटर पर जवाब देते हुए कहा था कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष से ऐसी उम्मीद नहीं थी।