पेट्रोल – डीजल की कीमतों में लगी आग, नए रेट जानकर चौक जायेंगे आप

पेट्रोल के खुदरा बिक्री मूल्य का 60% और डीजल के 54% से अधिक के लिए केंद्रीय और राज्य टैक्‍स लगाते हैं। केंद्र सरकार पेट्रोल पर 32.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 31.80 रुपये उत्पाद शुल्क वसूलती है।

राज्य द्वारा संचालित तेल विपणन कंपनियां (OMCs) पेट्रोल और डीजल के पंप की कीमतों में दैनिक आधार पर संशोधन करती हैं। साथ ही, ईंधन की कीमतें कच्चे तेल की दरों पर निर्भर हैं, क्योंकि भारत अपनी ईंधन आवश्यकताओं का लगभग 85 प्रतिशत आयात करता है।

पिछले एक पखवाड़े में वैश्विक तेल की कीमतें 66-67 डॉलर प्रति बैरल पर मंडरा रही हैं, जो उस स्तर से अधिक है, जब पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पिछली बार बदलाव किया गया था। कच्चे तेल की कीमतें अब 69 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई हैं।

ध्यान दें कि वैट और माल ढुलाई शुल्क जैसे स्थानीय करों के आधार पर ईंधन की कीमतें एक-राज्य से दूसरे राज्य में भिन्न होती हैं। राजस्थान देश में पेट्रोल पर सबसे अधिक मूल्य वर्धित कर (वैट) लगाता है, इसके बाद मध्य प्रदेश है। यही वजह है कि इन दोनों राज्यों के कई शहरों में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये के पार हो गई हैं।

इस बढ़ोतरी ने दिल्ली में पेट्रोल की दरें 92.58 रुपये प्रति लीटर और डीजल 83.22 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई। राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई शहरों में पेट्रोल की कीमतें पहले ही 100 रुपये को पार कर चुकी हैं। नवीनतम वृद्धि के साथ मुंबई में कीमतें 100 के करीब पहुंच रही हैं।

एक दिन के अंतराल के बाद रविवार को इस महीने में नौवीं बार ईंधन की कीमतों में फिर से बढ़ोतरी की गई। आज के कीमत में बढ़ोतरी के साथ पेट्रोल और डीजल की कीमतें ताजा रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। पेट्रोल में जहां 24 पैसे की बढ़ोतरी हुई, वहीं डीजल 27 पैसे महंगा हुआ।