30 मिनट तक फांसी के तख्ते पर लटके रहे दोषियों के शव, वजह जानकर लोग हुए हैरान

निर्भया के माता-पिता 20 मार्च का दिन निर्भया दिवस के रूप में मनाने की बात कही। हालांकि, इससे पहले दोषियों के वकील एपी सिंह ने आखिरी वक्त तक दोषियों को फांसी से बचाने की कोशिश की।

 

देर रात सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सभी दलीलों को खारिज कर दी, जिसके बाद चारों दोषियों के फांसी का रास्ता साफ हो गया।
फांसी पर लटकाए जाने के आधा घंटे बाद यानि‍ सुबह 6 बजे मेडिकल अफसर ने चारों दोषियों पवन, अभय, मुकेश और विनय को मृत घोषित कर दिया है।

सुबह 8.30 बजे चारों शवों का दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में पोस्टमार्टम होगा, जिसके बाद उनके परिजनों को सौंपा जाएगा। हालांकि अभी किसी के परिवार ने शव लेने की बात नहीं की है।

अगर परिवार वाले शव नहीं लेंगे तो पुलिस उनका अंतिम संस्कार करेगी।आखिरकार साढ़े 7 साल बाद निर्भया को न्याय मिल गया।

20 मार्च, सुबह 5.30 बजे तिहाड़ जेल में चारों दोषियों को फांसी दे दी गई। इस दौरान जेल के अंदर लॉकडाउन रहा, लेकिन तिहाड़ के बाहर जुटे लोग ने इसे बड़ी जीत बताई।