चारधाम यात्रा रूट पर आपदा से निपटने को पुलिस ने किया ऐसा, जानकर लोग हुए हैरान

डीजीपी अशोक कुमार ने चारधाम यात्रा रूट पर हर पुलिस थाने में चार और चौकियों में एसडीआरएफ के दो प्रशिक्षित जवान तैनात करने के निर्देश दिए हैं। गैरसैंण समेत चार स्थानों पर एसडीआरएफ की स्थायी पोस्ट खोलने को भी कहा। डीजीपी ने चारधाम यात्रा के समय आपदा से निपटने या हादसों की रोकथाम के निर्देश दिए।

उन्होंने बताया, मोरी, घनसाली, गैरसैंण और चंपावत को एसडीआरएफ की स्थायी पोस्ट के लिए चिह्नित किया है। धारचूला में मानसून के लिए अस्थायी पोस्ट खोली जाएगी। यहां अपर पुलिस महानिदेशक अपराध-कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन, पुलिस महानिरीक्षक-एसडीआरएफ पुष्पक ज्योति, पुलिस उप महनिरीक्षक रिद्धिम अग्रवाल भी मौजूद थे।

डीजीपी ने आपदा राहत मित्रों को बचाव कार्य का प्रशिक्षण देने के भी निर्देश दिए। इनके जिलावार व्हाट्सऐप ग्रुप बनाने को भी कहा, जिसमें एसडीआरएफ के पोस्ट कमांडर और कंपनी कमांडर भी जुड़े हों। ताकि, आपदा की स्थिति में त्वरित सूचना मिल सके और राहत एवं बचाव टीमों का रिस्पांस टाइम भी बेहतर हो सके।

डीजीपी अशोक कुमार ने मानसून से पहले आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थान चिह्नित करके एसडीआरएफ की तैनाती का प्लान बनाने को भी कहा। उन्होंने कहा कि हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम की क्षमता बढ़ाते हुए इसमें प्रशिक्षण प्राप्त 50 कर्मचारियों को ट्रैकिंग के बेस प्वाइंट्स पर तैनात किया जाएं। यह वह कर्मचारी होंगे, जो 20 हजार फीट की पर्वत शृंखला चढ़ चुके हों। उन्होंने मई से अगस्त तक पुलिसकर्मियों को आपदा का प्रशिक्षण न देने के भी निर्देश दिए।