अयोध्या के मंदिरों में हो रहा ये काम, जानकर लोग हुए हैरान

अयोध्या में डर  आशंकाओं का माहौल समाप्त होता नजर आ रहा है तथा मंदिरों में सामान्य पूजा-अर्चना हो रही है. सरयू के घाटों पर श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं  शहर के दशा सामान्य दिख रहे हैं.

राम मंदिर को लेकर उच्चतम न्यायालय का निर्णय आने के तुरंत बाद जो अनिश्चितता  संभावना छाई हुई थी, वह धीरे धीरे सामान्य स्थिति की ओर बढ़ती नजर आई. सरयू नदी के किनारे नया घाट पर जहां 9 नवंबर को एक भी श्रद्धालु स्नान करता नहीं दिखा, वहीं रविवार 10 नवंबर को कुछ श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते नजर आए  सोमवार की प्रातः काल सवेरे श्रद्धालुओं का जत्था सरयू में डुबकी लगाता दिखा.

सोमवार को बाहर से भी श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला रहा. हनुमान गढ़ी मंदिर में आम दिनों की तरह पूजा अर्चना की गई. कनक भवन में भी श्रद्धालुओं ने पूजन किया. हनुमानगढ़ी के पास छोटी-छोटी दुकानें खुली रहीं  लोग पूजन सामग्री, प्रसाद  अन्य सामान खरीदते मिले. सुरक्षा व्यवस्था हर स्थान चाक-चौबंद थी. हनुमानगढ़ी की ओर बढ़ने वाले रास्तों पर जगह-जगह बैरियर लगाए गए थे. वाहनों का प्रवेश बंद था.

अयोध्या के चौक मार्केट में दुकानें आम दिनों की तरह ही खुलीं  सड़क पर चहल-पहल नजर आई. लोकल लोगों से बात करने पर यही रिएक्शन मिली कि सब कुछ सामान्य है, अयोध्या में हिंदू  मुसलमान के बीच कहीं किसी तरह की कोई समस्या नहीं है. बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को वापस उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए यूपी रोडवेज की ओर से नया घाट पर शनिवार को बसों का भारी-भरकम बंदोवस्त किया गया था. नया घाट पर आज एक भी बस नजर नहीं आई. वहां उपस्थित यातायात पुलिस के एक ऑफिसर से जब पूछा तो उन्होंने बताया कि अब दशा सामान्य हो चले हैं इसलिए बसों का संचालन अयोध्या बस अड्डे से ही हो रहा है.

अयोध्या बस अड्डे पर आम दिनों की अपेक्षा आज बसों की संख्या अधिक थी. भीड़ थी  श्रद्धालु अपने अपने गंतव्य को जाने के लिए बसों की प्रतीक्षा करते भी नजर आए. कुछ समय के लिए यातायात जाम की स्थिति भी बनी लेकिन दिल्ली, गोरखपुर, लखनऊ, गोंडा, बस्ती, प्रयागराज सहित विभिन्न ज़गहों के लिए बसों का आना-जाना लगातार जारी था. शहर के होटलों, धर्मशाला  आश्रमों में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ थी. देश विदेश का मीडिया अभी भी यहां जमा हुआ है.

अयोध्या में कल बारावफात का जुलूस नहीं निकला लेकिन आज प्रातः काल सामान्य स्थिति देखकर  लोकल लोगों से वार्ता कर, इस विषय में कहीं किसी तरह का कोई तनाव महसूस नहीं हुआ.