रमजान से पहले शांति समझौते की बातचीत एक बार फिर बेनतीजा, इस्राइल और हमास प्रतिनिधिमंडल में नहीं बनी बात

इस्राइल और हमास के बीच जारी युद्ध को रोकने और बंधकों की रिहाई के लिए हुई बातचीत एक बार फिर बेनतीजा रही। हमास प्रतिनिधिमंडल और इस्राइली अधिकारियों की टीम में समझौता नहीं हो सका। गौरतलब है कि सात अक्तूबर को इस्राइल पर हमास द्वारा 5000 रॉकेट दागने के बाद से दोनों पक्षों में युद्ध जारी है। अब तक युद्ध में करीब 30 हजार लोगों की मौत हो गई।

यह कोई नया नहीं है: बदरान
हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य होसाम बदरान का कहना है कि बंधकों की रिहाई के बदले युद्धविराम पर पहुंचने के लिए बातचीत फिर से शुरू करने के लिए हमास प्रतिनिधिमंडल के काहिरा दोबारा जाने की अभी कोई तारीख नहीं है। इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा की बुनियादी जरूरतों और फलस्तीनियों की निष्पक्ष मांगों का जवाब देनेे से साफ इनकार करते हैं। यह कोई नई बात नहीं है। बता दें, कई दिनों की बातचीत के बाद और बिना किसी अंतिम निर्णय के हमास प्रतिनिधिमंडल सात मार्च को काहिरा से वापस चला गया।

रमजान के कारण मानवीय संकट गहराने की आशंका
इसके अलावा, गाजा नगरपालिका ने रविवार शाम रमजान के दौरान मानवीय सहायता के लिए अपील की। नगरपालिका ने अपने बयान में कहा कि जैसे-जैसे रमजान करीब आ रहे हैं, गाजा के लोगों को इस्राइली हमलों के कारण गंभीर मानवीय संकटों का सामना करना पड़ेगा। हमले के कारण गाजा में पानी, स्वच्छता और अव्यवस्था गंभीर रूप से प्रभावित हुईं हैं। उन्होंने अतंरराष्ट्रीय संगठनों से बुनियादी सेवाओं, ईंधन, पानी और बिजली की सुविधा प्रदान करने के लिए सहायता मांगी है। बता दें, गाजा भुखमरी और निर्जलीकरण से मरने वाले लोगों की बढ़ती संख्या के साथ गंभीर मानवीय संकट से जूझ रहा है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा पट्टी में कुपोषण और निर्जलीकरण से अब तक कम से कम 25 लोगों की मौत हो चुकी है।