भारत से पंगा लेना चीन को पड़ा भारी, एक के बाद एक लगा…

विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा कि पावर टिलर और उसके कलपुर्जों की आयात नीति को संशोधित कर मुक्त से निषिद्ध कर दिया गया है।

 

किसी उत्पाद को ‘निषिद्ध’ या वर्जित श्रेणी में रखने का अर्थ है कि आयातक को उनका आयात करने के लिए डीजीएफटी से लाइसेंस लेना होगा। इसका मतलब साफ है कि अब सरकार की इजाजत के बिना इसका इंपोर्ट चीन से नहीं किया जा सकता है।

साथ ही अधिसूचना में कहा गया है कि आवेदक को कम से कम तीन साल से इस कारोबार में होना चाहिए। इसके साथ ही उसने पिछले तीन वर्षों में कम से कम 100 पावर ट्रिलर बेचे हों।

बता दें कि भारत सरकार द्वारा खेती में इस्तेमाल होने वाले छोटे ट्रैक्टर के नाम से फेमस पावर टिलर और उसके कलपुर्जों के फ्री इंपोर्ट को बंद करने का फैसला लिया गया है। यानी कि अब सरकार की इजाजत के बिना इसका आयात चीन से नहीं किया जा सकता है।

भारत से हिसंक झड़प करना चीन के लिए दिन प्रतिदिन महंगा साबित हो रहा है। चीन को आर्थिक झटका देने के लिए भारत सरकार एक के बाद एक तगड़े फैसले ले रही है।

हाल ही में 59 चाइनीज़ एप पर बैन लगाने के बाद अब सरकार ने चीन से पावर टिलर और उसके कलपुर्जों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।