पाकिस्‍तान ने करोड़ों रुपये बचाने के लिए किया ये काम , जानकर चौक उठे लोग

पाकिस्‍तान में अभी भी 6 करोड़ लोग ऐसे हैं, जो बिना बिजली के अपना जीवन जी रहे हैं। नेशनल इलेक्ट्रिक पावर रेगूलेटरी अथॉरिटी नेपरा)के प्रमुख तौसीफ एच फारुकी ने कहा कि प्रचुर मात्रा में उपलब्ध सौर ऊर्जा देश के हजारों ऑफ-ग्रिड घरों के लिए आशा की किरण है।

नेपरा के अध्यक्ष ने सौर ऊर्जा में काम करने वाली ऊर्जा कंपनियों से आग्रह किया कि वे बिजली से वंचित पाकिस्तानी आबादी के 30 प्रतिशत घरों में बिजली लाने के लिए नवीन ऊर्जा समाधान प्रदान करें। कुछ रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्‍तान में इलेक्ट्रिक ट्रांसमिशन और डिस्‍ट्रीब्‍यूशन में उच्‍च दर से नुकसान हो रहा है।

अल्वी ने कहा कि पाकिस्तान विद्युत बिजली, सौर ऊर्जा और हवा जैसे नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोत को नियंत्रित करने पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है और देश का लक्ष्य 2030 तक ऊर्जा संतुलन को 60 प्रतिशत तक नवीकरणीय ऊर्जा में बदलना है। राष्ट्रपति ने जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की भी सराहना की।

पाकिस्तान के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास ऐवान-ए-सद्र के परिसर में एक मेगावॉट का सौर ऊर्जा सिस्‍टम लगाया गया है। इसी के साथ ही राष्ट्रपति आवास उन चुनिंदा राष्ट्रपति आवासों में शामिल हो गया है।

जो पूरी तरह से नवीकरणीय ऊर्जा से संचालित हैं। पाकिस्‍तान के राष्ट्रपति डा. आरिफ अल्वी ने ऐवान-ए-सद्र में एक मेगावॉट सोलर फोटोवोल्टिक पैनल का उद्घाटन किया।

प्रारंभिक अनुमान के अनुसार इससे कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में 1,450 टन की कमी आएगी और इससे पारंपरिक ईंधन में बचत के लिहाज से सालाना 3.2 करोड़ रुपए बचेंगे।