पाकिस्तान ने लगाई मोदी सरकार से मदद की गुहार, कहा 24 घंटे के अंदर करे…

आपको बता दें कि जानलेवा कोरोना वायरस  की महामारी से पीड़ित पाकिस्तान ने मलेरिया रोधी दवाओं के निर्यात पर पिछले हफ्ते (11 अप्रैल) प्रतिबंध लगा दिया था, इसके चार दिन पहले ही पाकिस्तान की इमरान सरकार ने इस पर से प्रतिबंध हटाया था।

 हिंदुस्तानीय दवा कंपनियां बड़े स्तर पर हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन का उत्पादन करती हैं। इनके उत्पादन में हिंदुस्तान की मदद ब्राजील और चीन करते हैं।
हिंदुस्तान में हर महीने लगभग 40 टन एचसीक्यू का उत्पादन होता है। सबसे खास बात ये है कि हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा से इम्यून सिस्टम अति सक्रिय किया जा सकता है। इसे 1940 से मलेरिया और गठिया जैसी बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जा रहा है।

कोरोना वायरस के कहर की चपेट में आए पाकिस्तान ने हिंदुस्तान से मदद की अपील की है। पाकिस्तान ने मलेरिया के इलाज में काम आने वाली हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा देने की अपील की है।

ये निर्णय अमेरिका में इस दवा के कोरोना मरीजों पर इस्‍तेमाल के बाद आए सकारात्‍मक परिणाम आने के बाद किया गया है। अमेरिका, ब्राजिल और ब्रिटेन के बाद अब पाकिस्तान ने कोरोना वायरस पर कारगर हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन टैबलेट्स के लिए हिंदुस्तान से सहायता मांगी है।