पाकिस्तान का दोहरा रूप, ‘तालिबान’ को कर रहा…, चीन के साथ मिलकर…

बाजवा ने कहा, ‘पीएलए और पाकिस्तानी सेना आपस में जुड़ी हुई हैं और हमारे संबंध अपने साझा हितों की रक्षा के लिए योगदान देना जारी रखेंगे.’ वहीं देश के विदेश मंत्रालय की तरफ से अफगानिस्तान में बढ़ती हिंसा के बीच कहा गया है .

पूरी ऊर्जा अफगानिस्तान में एक समावेशी और व्यापक राजनीतिक समाधान तक पहुंचने पर केंद्रित की जानी चाहिए (Pakistan China All Weather Friend). पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने दावा किया कि पाकिस्तान एकमात्र ऐसा देश है, जिसने लगातार इस बात पर जोर दिया है कि अफगान संघर्ष का हल सैन्य कार्रवाई के जरिए नहीं किया जा सकता.

उन्होंने साथ ही इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों की सेना ‘एकजुट’ होकर अपने साझा हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं. पाकिस्तान सेना की ओर से जारी बयान के मुताबिक, जनरल बाजवा चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की स्थापना की 94वीं वर्षगांठ के अवसर पर पाकिस्तानी सेना द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे (China Pakistan Army). उन्होंने कहा, ‘हमारा अतीत और वर्तमान इस बात की गवाही देता है कि हम चुनौतियों के सामने कभी हार नहीं मानते.’

पाकिस्तान पर चौतरफा आरोप लग रहे हैं कि वह अफगानिस्तान में आतंकियों को भेज वहां अशांति फैला रहा है. दूसरी ओर चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भी तालिबानी नेताओं के साथ मुलाकात की है.

इस बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने बताया है कि क्षेत्रीय शांति के लिए चीन और पाकिस्तान की साझेदारी जरूरी है. पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (General Qamar Javed Bajwa) ने गुरुवार को कहा कि बदलते सुरक्षा परिवेश में क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता के लिए पाकिस्तान और चीन के बीच साझेदारी तेजी से अहम होती जा रही है.