ब्लैक लिस्ट होने के बाद पाकिस्तान को बढ़ जाएगी ये परेशानी, हो सकता है ये हाल

अमेरिका ने पाक में पनाहगार आतंकवादियों के विरूद्ध मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की. अमेरिका ने तहरीक-ए-तालिबान पाक (टीटीपी) संगठन के नेता मुफ्ती नूर वली महसूद को आतंकवादी घोषित किया है. पाकिस्तान में तालिबानी संगठन के तौर पर पहचाने जाने वाला टीटीपी कई बम धमाकों व आत्मघाती हमलों में हजारों लोगों की जान ले चुका है.

अमेरिका के विदेश विभाग ने कहा, नूर वली के नेतृत्व में टीटीपी ने पाकिस्तान में कई आतंकवादी हमले किए व उनकी जिम्मेदारी भी ली. इन हमलों में सैकड़ों लोगों ने जान गंवाई है. टीटीपी का अलकायदा से बहुत ज्यादा करीबी संबंध है. इससे पहले अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने टीटीपी संगठन को स्पेशली डेजीग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट (एसडीजीटी) घोषित किया था. टीटीपी के मुखिया मुल्ला फजिउल्लाह के मारे जाने के बाद जून 2018 में नूल वली को संगठन का प्रमुख बनाया गया था.

पाकिस्तान पर ब्लैक लिस्ट होने का खतरा
फिलहाल, पाक टेरर फंडिंग व मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने वाली अंतर्राष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की रडार पर है. इसका बड़ा कारण पाकिस्तान में पल रहे लश्कर-ए-तैयबा व जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठन हैं. अब टीटीपी के नेता का आतंकवादी घोषित होना, पाकिस्तान को एफएटीएफ के हासिए पर ला सकता है. आतंकवादी गतिविधियों के चलते एफएटीएफ पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट कर सकता है. इससे पहले 23 अगस्त को एफएटीएफ की संस्था एशिया पैसिफिक ग्रुप (एपीजी) ने पाक को इनहेन्स्ड एक्सपीडिएट फॉलोअप लिस्ट (ब्लैक लिस्ट) में डाल दिया.

ब्लैक लिस्ट होने के बाद लोन लेने में पाकिस्तान को परेशानी
यदि अक्टूबर में होने वाली मीटिंग में एफएटीएफ पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट करता है, तो अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष, दुनिया बैंक व यूरोपीय संघ पाक की वित्तीय साख को व नीचे रख गिरा सकते हैं. ऐसे में वित्तीय संकट में जूझ रहे पाक की स्थिति व बेकार हो सकती है. एफएटीएफ ने पाकिस्तान को लगातार ग्रे लिस्ट में रखा. ग्रे लिस्ट में जिस भी देश को रखा जाता है, उसे लोन देने में बड़ा जोखिम समझा जाता है. इसके कारण अंतर्राष्ट्रीय कर्जदाताओं ने पाकिस्तान को आर्थिक मदद व लोन देने में कटौती की है. इस कारण पाक की आर्थिक स्थिति लगातार बेकार हुई.