तालिबान के लिए पाकिस्तान करना चाहता है ये काम , पड़ोसी देशों के साथ कर रहा बैठक

तालिबान द्वारा अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार की घोषणा के अगले दिन यह बैठक हो रही है। ऐसे में इस बैठक में तालिबान सरकार को मान्यता देने पर बातचीत हो सकती है।

अभी तक पाकिस्तान और चीन ही ऐसे देश हैं जिनके काबुल में दूतावास एक्टिव हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि पाकिस्तान चाहता है कि तालिबान सरकार को अधिक से अधिक देश मान्यता दें और ऐसा तभी संभव हो सकेगा जब अफगानिस्तान के पड़ोसी देश तालिबान शासन को मान्यता दें।

पाकिस्तान ने कहा है कि बैठक में अफगानिस्तान में आम चुनौतियों का समाधान करने, क्षेत्रीय स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने को लेकर स्थिति की समीक्षा की जाएगी।

पाकिस्तान को उम्मीद है कि इस बैठक से स्थिर अफगानिस्तान के साझा उद्देश्य के लिए पड़ोसी देश एक साथ काम कर सकते हैं। पाकिस्तान चाहता है कि अफगानिस्तान के पड़ोसी देश तालिबान सरकार से मजबूत आर्थिक संबंध बनाए।

अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा करने के लिए पाकिस्तान अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों के साथ बैठक कर रहा है। यह बातचीत वर्चुअल रहेगी।

पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक में चीन, ईरान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे देश शामिल होंगे।