इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र आमसभा (UNGA) की मीटिंग में सबसे लंबा सम्बोधन पाकिस्तान के पीएम का रहा। उन्होंने 50 मिनट लंबा सम्बोधन दिया। सबसे छोटा सम्बोधन अफ्रीकी देश रवांडा का रहा। रवांडा के प्रतिनिधि ने केवल 7 मिनट का सम्बोधन दिया। यूएनजीए में कुल 190 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी। सम्बोधन देने वाले 91.8 फीसदी पुरुष व 8.2 फीसदी महिलाएं थीं।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र में सबसे लंबा सम्बोधन देने का रिकॉर्ड लीबिया के तानाशाह कर्नल गद्दाफी के नाम दर्ज है। उन्होंने 2009 में 9 घंटे से भी अधिक समय तक संयुक्त सम्बोधन में अपना सम्बोधन दिया। बताते चलें कि 2011 की अरब क्रांति के दौर में लीबिया के तानाशाह की सत्ता का पतन हो गया व उनको मृत्यु के घाट उतार दिया गया।
संरा प्रमुख ने बाल गरीबी समाप्त करने का आह्वान किया
इस बीच संयुक्त देश (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गरीबी समाप्त करने के लिए बच्चों को सशक्त बनाने का आग्रह किया है। खबर एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस के अपने संदेश में संयुक्त देश प्रमुख ने बोला कि बच्चे वयस्कों की तुलना में गरीबी की दोगुना मार झेल रहे हैं व गरीबी कई बच्चों को आजीवन नुकसान पहुंचाती है।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि लड़कियां विशेष रूप से जोखिम में हैं, लेकिन वे भी परिवर्तन की एक बड़ी वाहक हैं। उन्होंने कहा, “हर अलावा साल एक लड़की के स्कूल में रहने के साथ उसकी ज़िंदगी भर की औसत आय बढ़ जाती है, उसकी विवाह जल्दी होने की आसार कम हो जाती है, व उसके बच्चों के लिए साफ तौर पर स्वास्थ्य व एजुकेशन फायदा होते हैं, जिससे यह गरीबी के चक्र को तोड़ने में जरूरी कारक बन जाता है। ”
गुटेरेस ने बोला कि बाल गरीबी को खत्म करने की जरूरी आरंभ घर से होती है, जहां से यह उत्पन्न होता है। गुटेरेस ने बोला कि गुणवत्ता वाली सामाजिक सेवाओं तक पहुंच को अहमियत देना चाहिए, लेकिन आज भी लगभग दो-तिहाई बच्चों में सामाजिक सुरक्षा कवरेज का अभाव है। उन्होंने बोला कि लचीली कामकाजी व्यवस्था, माता-पिता की छुट्टी व चाइल्डकेयर सपोर्ट सहित परिवार-उन्मुख नीतियां भी महत्वपूर्ण हैं। 1993 से प्रत्येक साल 17 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस मनाया जाता है।