पाकिस्तान में बन गई है आपातकाल जैसी स्थिति अब हिन्दुस्तान से मांग रहा मदद, फोन पर जब हुई ये बात तो…

पाक में इस वक्त महामारी की चरम पर पहुंच गया है. इसको लेकर पाकिस्तान ने हिंदुस्तान से मदद मांगी है. समाचार आ रही है कि हिंदुस्तान से 108,000 डॉलर मूल्य के करीब चार लाख पोलियो मार्कर ( polio marker ) इस्लामाबाद हवाईअड्डे पर पहुंचाए गए. पाक के स्वास्थ मंत्रालय ने यह जानकारी दी.

 

दोनों राष्ट्रों के बीच व्यापार बंद

हाल ही में पाक ने 14.2 लाख पोलियो मार्कर के लिए एक भारतीय कंपनी को एडवांस में 4 लाख डॉलर का भुगतान किया था. इस वर्ष अगस्त से दोनों राष्ट्रों के बीच व्यापार बंद है. निलंबन के बीच WHO के प्री-क्वालिफाइड फिंगर मार्कर आयात करने के लिए सरकार ने सिर्फ एक बार के लिए अनुमति दी है. भारतीय संसद द्वारा अनुच्छेद 370 को रद्द कर जम्मू एवं कश्मीर का विशेष प्रदेश का दर्जा समाप्त किए जाने के बाद से इस्लामाबाद ने नयी दिल्ली के साथ द्विपक्षीय कारोबार को निलंबित कर रखा है.

भारत से पोलियो मार्कर खरीदना नहीं चाहता था पाकिस्तान

पाकिस्तान हिंदुस्तान से पोलियो मार्कर खरीदना नहीं चाहता था. हालांकि, हिंदुस्तान के अतिरिक्त चाइना ही है जो इस तरह के मार्कर बनाता है, लेकिन अप्रैल 2018 में WHO ने उसे ब्लैक लिस्टेड कर दिया था. मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से बोला कि पोलियो अभियान के लिए हिंदुस्तान से WHO के प्री-क्वालिफाइड फिंगर मार्करों को आयात करने की अनुमति के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने वाणिज्य विभाग से सम्पर्क किया.

प्रधानमंत्री के पास भेजी गई थी रिपोर्ट

इस मामले में इजाजत लेने के लिए पीएम के पास एक रिपोर्ट भेजी गई. पीएम ऑफिस ने बोला कि वह इस मुद्दे की संघीय मंत्रिमंडल की मीटिंग में समीक्षा करेगा. 26 नवंबर को कैबिनेट में एक सारांश प्रस्तुत किया गया था. कैबिनेट ने इस पर विचार किया  आदेश दिया कि हिंदुस्तान के साथ मौजूदा गतिरोध के तहत, आवश्यक मार्करों को किसी अन्य WHO-प्रमाणित स्रोत से खरीदा जाना चाहिए. यदि मुद्दे में किसी अन्य स्रोत से उत्पाद की खरीद करना संभव नहीं था, तो मुद्दे को कैबिनेट के समक्ष स्पष्ट स्पष्टीकरण के साथ प्रस्तुत किया जाना चाहिए.

पहले चाइना से आयात करता था मार्कर

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पोलियो फिंगर मार्कर सामान्य नहीं हैं  बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनकी अमिटता के कारण जरूरी रूप से संवेदनशील हैं. अप्रैल, 2018 में चाइना पर WHO ने प्रतिबंध लगाकर उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया. इससे पहले तक पाक इन मार्करों का आयात उसी से करता था.