हिंदुस्तान से रिश्ते सुधारने का ढोल पीट रहा पाकिस्तान, दिखा सकता है ये नमूना…

पाकिस्तान की चाल और नीयत से पूरा विश्व वाकिफ है। पाकिस्तान भले ही हिंदुस्तान से रिश्ते सुधारने का ढोल पीटता हो, लेकिन सच्चाई यही है कि वह हिंदुस्तान की शांति भंग करने के हर हथकंडे अपनाने की कोशिश में लगा हुआ है। इसका नमूना उस समय देखने को भी मिला जब पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर के जरिये हिंदुस्तान में खालिस्तान मूवमेंट को फिर हवा देने की कोशिश की।

खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, हाल में खालिस्तान समर्थक आतंकियों की एक बैठक पाकिस्तान में हुई है। बैठक में बब्बर खालसा, खालिस्तान ज़िंदाबाद फोर्स के अलावा आईएसआई के अफसर भी थे। बताया जा रहा है कि बैठक का एजेंडा हिंदुस्तान में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाना था। बैठक में इस पर भी चर्चा हुई कि कैसे हिंदुस्तान में खालिस्तानी समर्थकों तक हथियार पहुंचाया जाएं।

बैठक में खासतौर पर पंजाब में आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान के जरिये हथियारों की सप्लाई की कोशिशें तेज करने को कहा गया। पंजाब में हथियारों की सप्लाई के लिए आतंकी गुट बब्बर खालसा और खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स पाकिस्तानी हैंडलर के जरिए हथियारों को हिंदुस्तान में पहुंचाने की कोशिश में जुट गए हैं।

रिपोर्ट में ये भी खुलासा हुआ है कि खालिस्तान समर्थकों की राजस्थान और हरियाणा में भी आवाजाही की खबर है। दरअसल, जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी और सुरक्षाबलों की मुस्तैदी के चलते पाकिस्तान किसी भी तरह की गतिविधियों में सफल नहीं हो पा रहा है।

ऐसे में पाकिस्‍तान पंजाब और राजस्थान सीमा के जरिये हथियारों की तस्करी बढ़ाने की फिराक में है। अलर्ट जारी होने के बाद से ही पंजाब से सटी पाकिस्तान सीमा के आसपास सक्रिय तस्करों की निगरानी बढ़ा दी गई है, जिससे हथियारों की स्मगलिंग की किसी भी कोशिश को नाकाम किया जा सके।

इससे पहले पंजाब में ड्रोन के जरिये हथियारों की सप्लाई का मामला सामने आया था। उसके बाद से ही सुरक्षा एंजेसी ने सतर्कता बढ़ा दी है। यही नहीं खुफिया एजेंसी पाकिस्तान में मौजूद उन आतंकी कैंपों की जानकारी जुटाने में लगी है, जहां खालिस्तान समर्थित आतंकियों को हिंदुस्तान पर हमले करने के प्रशिक्षण दिया जा रहा है।