एक बार फिर भारत और चीन के बीच हुआ ये, आगे बढ़ी सेना

इस बैठक में सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने, वायुसेना प्रमुख राकेश कुमार भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह भी मौजूद रहे।

 

लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर एक हफ्ते के अंदर ये दूसरी बैठक है। राजनाथ सिंह ने सीडीएस और सेना प्रमुखों से जमीनी स्तर के हालात की विस्तार से जानकारी ली।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ बैठक कीइस दौरान लद्दाख में सीमा पर उपजे हालात को लेकर चर्चा हुई।

सूत्रों ने बताया कि दोनों देशों की सेनाओं ने विवादित क्षेत्र से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है, लेकिन अभी भी इलाके में सैनिकों की मौजूदगी है।

इससे पहले 8 जून को भी रक्षा मंत्री ने बैठक कर लद्दाख के हालात पर सेना प्रमुखों के साथ चर्चा की थी। चीन और भारत के सैन्य अफसरों में शुक्रवार को एक बार फिर बैठक हुई है।

बॉर्डर दोनों देशों के बीच चलरहे विवाद को सुलझाने को लेकर ये बैठक हुई है। मेजर जनरल स्तर पर आयोजित इस वार्ता का जोर गैलवान क्षेत्र, पीपी 14, पीपी 15 और 17 ए में तनाव को लेकर था।

यह दोनों देशों के सैन्य अफसरों के बीच लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर चल रहे गतिरोध के शांतिपूर्ण समाधान के प्रयास के लिए इस तरह की पांचवीं चर्चा थी।

अब तक दोनों सेनाओं के ब्रिगेडियर-स्तरीय और कर्नल-स्तर के कमांडरों के बीच कई बैठकें हुई हैं। इससे पहले 6 जून को हुई बैठक में दोनों देशों के कमांडरों में इस बात पर सहमति बनी थी .

भारत और चीन के बीच सीमा के सभी 4 फेस ऑफ पर सैन्य कमांडरों के बीच मीटिंग की जाएगी। 6 जून को चुशूल-मोल्डो में हुई दोनों देशों के सेना कमांडरों कीमीटिंग करीब छह घंटे तक चली थी।