एक बार फिर घरों में कैद हुई चीन की जनता, क्या फिर आने वाला हैं कोई खतरा

कोविड-19 महामारी पर काबू पाने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन से चीन का प्रमुख आर्थिक शहर ग्वांगझोउ बुरी तरह प्रभावित हुआ है.  दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में रिस्टोर करने की रफ्तार धीमी हो गई है.

चीन के शहर झेंगझोऊ में कोरोना वायरस के 64 मामले सामने आने के बाद एक औद्योगिक क्षेत्र में बुधवार को लोगों की आवाजाही बंद कर दी गई. शहर में संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच ऐप्पल इंक आईफोन के कर्मचारी उसके कारखाने से चले गए हैं.  जिले में सभी को कम से कम रविवार तक घर में ही रहने का आदेश दिया गया है.

ग्वांगझोउ के स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि लगभग 1.3 करोड़ आबादी वाले शहर में पिछले 24 घंटे के दौरान संक्रमण के 2,500 नए मामले सामने आए.सरकार की ओर से की गई घोषणा में इस बात का जिक्र नहीं है कि झेंगझोऊ हवाई अड्डे के आर्थिक क्षेत्र को अलग किए जाने का फॉक्सकॉन कारखाने में सामने आए मामलों से कोई संबंध है. घोषणा क्यों की गई, इसका भी कोई जिक्र नहीं किया गया है.

सरकारी फरमान के अनुसार फॉक्सकॉन कारखाने के आस पास खाद्य पदार्थों व चिकित्सकीय सामग्री पहुंचाने वालों के अलावा एक सप्ताह तक वहां किसी को आने-जाने की अनुमति नहीं है. जिसके बाद यह आदेश दिया गया.चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद हाल ही में दुनिया की सबसे बड़ी आईफोन फैक्ट्री के  में फैलने से रोकने के लिए चीन ने यह बड़ा कदम उठाया था.