एक बार फिर इस राज्य में लगा लॉकडाउन, सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला

लॉकडाउन का अर्थ है तालाबंदी. लॉकडाउन एक आपातकालीन व्यवस्था है जो किसी आपदा या महामारी के वक्त लागू की जाती है. जिस इलाके में लॉकडाउन किया गया है.

 

उस क्षेत्र के लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होती है. उन्हें सिर्फ दवा और खाने-पीने जैसी जरूरी चीजों की खरीदारी के लिए ही बाहर आने की इजाजत मिलती है, इस दौरान वे बैंक से पैसे निकालने भी जा सकते हैं.

जिस तरह किसी संस्थान या फैक्ट्री को बंद किया जाता है और वहां तालाबंदी हो जाती है उसी तरह लॉक डाउन का अर्थ है कि आप अनावश्यक कार्य के लिए सड़कों पर ना निकलें.

अपनी पार्टी JDU के एक वर्चुअल सम्मेलन में बिहार सीएम ने इसका ऐलान किया। मुख्यमंत्री बोले कि देश में लॉकडाउन को खत्म किया जा चुका है, लेकिन हमारी सरकार ने ये फैसला लिया है .

संक्रमण वाले क्षेत्रों में लॉकडाउन जारी रहेगा। यानी बिहार के जिन क्षेत्रों में कोविड-19 के मामले मिल रहे हैं, वहां पर लॉकडाउन जैसी सख्ती जारी रहेगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार सुबह तक बिहार में कोरोना वायरस के कुल 5710 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 2606 केस अभी भी एक्टिव हैं, जबकि 3 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। बिहार में कोविड-19 से अबतक 33 लोगों की मौत हो चुकी है।

भारत के कई राज्यों में जब लॉकडाउन को हटाया जा रहा है, तब बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बड़ी घोषणा की है। बिहार सीएम का कहना है कि जिन क्षेत्रों में अभी भी कोविड-19 का असर है.

ऐसे इलाकों में लॉकडाउन जारी रहेगा। यहां किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी। यानी बिहार में अभी कंटेनमेंट ज़ोन क्षेत्रो में सख्ती बरती जा सकती है।