आखरी मौके पर इस नेता ने मारी बाजी, फेल हुआ एग्जिट पोल

इस बार साल 2015 के मुक़ाबले 63 फ़ीसद से ज़्यादा पोलिंग बूथ बने थे. साल 2015 में जहाँ कुल पोलिंग बूथ की संख्या 65 हज़ार थी इस बार उसे बढ़ा कर 1 लाख 6 हज़ार कर दिया गया था. यानी जहाँ पिछले साल तक केवल 65 हज़ार बूथों पर लगे ईवीएम की गणना होती थी, इस बार वो संख्या लाखों में पहुँच गई है.

 

पहले हर पोलिंग बूथ पर 1500 लोगों को वोट डालने की इजाज़त होती थी, जो इस बार के चुनाव में घटा कर 1000 लोगों के लिए ही कर दिया गया था.

21 अगस्त को चुनाव आयोग ने कोरोना महामारी के दौर में होने वाले चुनावों के लिए अलग से गाइडलाइन जारी की थी. गाइडलाइन के मुताबिक़ मतगणना हॉल में पहले जहाँ 14 टेबल होती थी, इस बार वहाँ केवल 7 टेबल की इजाज़त दी गई है ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा सके.

बिहार चुनाव के नतीजे बेहद दिलचस्प दौर में है. कौन सी पार्टी या गठबंधन जीत की तरफ़ बढ़ रहा है, ये अभी कहना थोड़ा मुश्किल है. तकरीबन 40-50 सीटें ऐसी हैं जहाँ नबंर एक पार्टी और नंबर दो पार्टी के बीच का अंतर 1,000 वोटों से भी कम का है. ऐसे में चुनाव आयोग का अनुमान है कि फ़ाइनल नतीजों के लिए रात तक इंतजार करना पड़ सकता है. चुनाव आयोग की प्रेस कॉफ्रेंस में ये बात डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर चंद्र भूषण कुमार ने कही है.

बिहार विधानसभा चुनाव, कोरोना महामारी के दौर में भारत में होने वाले पहले विधानसभा चुनाव थे. चुनाव आयोग ने महामारी के दौरान बचाव के लिए जो भी क़दम उठाने थे, उनके लिए अलग से गाइडलाइन जारी की थी. दरअसल कोरोना महामारी के दौर में हुए इस पहले चुनाव में उन्हें पोलिंग बूथ की संख्या बढ़ानी पड़ी थी.

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के रूझान आ चुके हैं। इन रूझानों में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलने का आसार हैं। इससे पहले एक को छोड़कर बाकी सभी एग्जिट पोल सर्वें में महागठबंधन के जीत की बात कही जा रही थी। हालांकि जैसे वोटों की गिनती शुरू हुई सभी अनुमान धरे के धरे साबित रह गए। ऐसा नहीं है कि पहली बार एग्जिट पोल फेल हुए इससे पहले भी तमाम चुनाव में बहुत सी सर्वे एजेंसी और न्यूज चैनलों ने एग्जिट पोल जारी किया लेकिन एग्जिट पोल के दावे झूठे साबित हो गए।

मंगलवार सुबह जैसे ही वोटिंग शुरू हुई वैसे ही शुरूआती दो घंटे तक आरजेडी और महागठबंधन, एनडीए से काफी आगे दिख रहा था, लेकिन इसके बाद धीरे-धीरे यह फासला कम होता गया। 10 बजते-बजते एनडीए, महागठबंधन से तीन सीट आगे निकल गया। 243 सीटों पर मिले रुझानों में एनडीए119 और महागठबंधन 116 सीटों पर आगे चल रहा था।