मकर संक्रांति के दिन उद्धव ठाकरे ने किया ये काम, देख पीएम मोदी भी हुए हैरान

मुंबई के पूर्वी तट से अरब सागर से होकर गुजरने वाला दूसरा सड़क संपर्क एमटीएचएल मुख्य भूमि को शिवड़ी और चिरले से जोड़ेगी।

 

इस पुल के 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके बनने के बाद मुंबई और नवी मुंबई के बीच महज 30 मिनट की दूरी रह जाएगी, जिसके लिए फिलहाल करीब 100 मिनट लगते हैं।

इस पुल के बनने में लगभग 14,260 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है। यह जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) से प्राप्त ऋण द्वारा बनाया जा रहा है।

यहां पर वाहनों की आवाजाही के लिए छह लेन बनाई जाएगी, जिसके साथ ही दो आपातकालीन लेन भी होगी। पुल की कुल चौड़ाई 27 मीटर होगी और इसके शुरू होने के बाद यहां से रोजाना 70,000 से अधिक वाहनों के गुजरने की उम्मीद है।

यह पुल 22 कि. मी. लंबा होगा, जिसमें से 16.5 कि. मी. समुद्र के ऊपर होगा। इसके दोनों तरफ इंटरचेंज होंगे, जिससे यह भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल बन जाएगा।

एमटीएचएल नवी मुंबई में खुलने वाले नए अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट, मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे, मुंबई-गोवा राजमार्ग से जुड़ा होगा और उत्तर महाराष्ट्र व दक्षिण भारत में तेजी से पहुंच प्रदान करेगा।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को देश के सबसे लंबे समुद्री पुल मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) के पहले चरण को लॉन्च किया। अधिकारियों ने बताया कि ठाकरे ने पुल के पहले गाटर (शहतीर) को रखा, जोकि एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। ठाकरे ने मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमटीएचएल) के शीर्ष अधिकारियों और अन्य लोगों के साथ शिवड़ी में एमटीएचएल पुल को लॉन्च किया।