मां के निधन के बावजूद खेलने उतरे नसीम शाह
नसीम शाह को जैसे ही कैप दी गई उनकी आंखें भर आईं व वह रोने लगे। यह आंसू डेब्यू की खुशी से ज्यादा दुख के थे। मंगलवार की प्रातः काल नईम शाह की मां का निधन हो गया। हालांकि नसीम शाह ने घर जाने के बजाए टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया में रहने का निर्णय किया। नसीन ने पहले टेस्ट से पहले प्रैक्टिस मैच में ऑस्ट्रेलिया ए व क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इलेवन को अपनी तेज गेंदबाजी से बहुत ज्यादा परेशान किया था। 16 वर्ष की आयु में डेब्यू करके उन्होंने सचिन तेंदुलकर की बराबरी की। सचिन तेंदुलकर ने वर्ष 1989 में 16 वर्ष की आयु में पाक के विरूद्ध अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया था।
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद मिला मौका
ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले ही नसीम शाह ने कायदे आजम ट्रॉफी में सेंट्रल पंजाब का अगुवाई करते हुए नौ विकेट हासिल किए थे। नसीम शाह के इसी प्रदर्शन के दम पर उन्हें डेब्यू का मौका दिया गया। पाक के महान तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने नसीम की गेंदबाजी के साथ-साथ उनके जज्बे की भी तारीफ की थी। शो उनकी तुलना भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टन विराट कोहली से की थी जो अपने पिता की मृत्यु के बावजूद रणजी मुकाबला खेलने उतरे थे।
नसीम की गेंदबाजी की तारीफ करते हुए बोला था, ‘एक गेंदबाज को तौर पर मैं कह सकता हूं कि नसीम के तौर पर पाक को दमदार गेंदबाज मिला है। वह जानता है कि कैसे गेंदबाजी करनी है। ‘ उन्होंने नसीम की तुलना पाक के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर से की व कहा, ‘इस आयु में कैसे गेंदबाजी करनी है यह बहुत कम लोगों को पता है। वह उसी तरह टीम में आए हैं जैसे 2009 में युवा मोहम्मद आमिर आए थे। ‘ ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध पहले टेस्ट में पाक पहले बल्लेबाजी करने उतरा।
पाक की पहली पारी 240 रनों पर ही सिमट गई।