क्रूरता पर उतरा ये देश , सेना पर किया इन बमों से हमला, मारे गए इतने लोग

दुनिया के 109 देशों ने कई साल तक नुकसान पहुंचाने वाले क्लस्टर बम के इस्तेमाल पर प्रतिंबध लगा दिया। हालांकि अभी तक न तो आर्मीनिया और न ही अजरबैजान ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

 

विशेषज्ञों ने बताया है कि शहरी क्षेत्रों में अजरबैजान के क्लस्टर बम से आने वाले समय में गलती से बड़ी संख्या में आम नागरिक की मौत होगी। मिली जानकारी के मुताबिक अजरबैजान को हथियारों की आपूर्ति इजरायल और तुर्की कर रहे हैं।

अजरबैजान के अधिकारियों ने अभी अपने सैनिकों के मारे जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। लेकिन उन्होंने यह कहा है कि अब तक 25 आम नागरिकों की मौत हुई है और 127 अन्य घायल हो गए हैं।

नागोरनो-काराबाख के अधिकारियों ने बताया है कि इस जंग में उसके अब तक 220 सैनिकों की मौत हो चुकी है। जबकि आर्मीनिया सरकार ने दावा किया है कि 21 आम नागरिक अजरबैजान के हमले में मारे गए हैं और 82 अन्य बुरी तरह से घायल हुए हैं।

नागोरनो-काराबाख इलाके में मौजूद विदेशी पत्रकारों ने इस बात पुष्टि की। उन्होंने बताया है कि अजरबैजान की सेना बेहद घातक क्लस्टर बमों से हमले कर रही है। इन बमों में से निकले बिना फटे छोटे-छोटे बम नागोरनो-काराबाख की राजधानी स्टेपनकर्ट में बिखरे हैं।

आर्मीनिया और अजरबैजान में नागोरनो-काराबाख क्षेत्र को लेकर 27 सितंबर से युद्ध जारी है। अब अजरबैजान क्रूरता पर उतर आया है। अजरबैजान की सेना कलस्टर बमों का इस्तेमाल कर रही है।

यही नहीं कई बम तो नागरिकों की रिहाइश वाले इलाके में गिराए हैं। इस दोनों के बीच चल रहे जंग में अब तक कम से कम 266 लोग मारे गए हैं और इसमें 45 आम नागरिक शामिल हैं। बता दें कलस्टर बम दुनियाभर में प्रतिबंधित है।