लोकसभा में माइक बंद करने के विपक्ष के आरोपों पर भड़के ओम बिरला, तीखा वार कहा- आसन के पास…

नई दिल्ली:  कांग्रेस अक्सर ही ये आरोप लगाती रही है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी जब सदन में बोलते हैं तो उनका माइक बंद कर दिया जाता है। अभी शुक्रवार को हुई लोकसभा की पिछली कार्यवाही के दौरान भी गौरव गोगोई और दीपेंद्र हुड्डा ने यह मुद्दा उठाया था। हालांकि, कांग्रेस के इन आरोपों पर अब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि पीठासीन अधिकारियों के पास सदन में मुद्दे उठाने वाले सदस्यों के माइक्रोफोन बंद करने के लिए कोई स्विच या रिमोट कंट्रोल नहीं है।

ऐसे आरोप चिंता का विषय
अध्यक्ष ने कहा कि सभापति द्वारा माइक्रोफोन बंद करने का आरोप चिंता का विषय है। वह चाहते हैं कि सदन इस मुद्दे पर चर्चा करे। पीठ केवल निर्णय/निर्देश देती है। जिस सदस्य का नाम पुकारा जाता है उसे सभा में बोलने का अवसर मिलता है। माइक को सभापीठ के निर्देशानुसार नियंत्रित किया जाता है। पीठासीन व्यक्ति के पास रिमोट कंट्रोल या माइक्रोफोन का स्विच नहीं है।

आपको कई साल हो गए और अनुभव हैं
ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से कहा, ‘बाहर आरोप लगाते हैं कि पीठासीन अधिकारी माइक बंद कर देते हैं। आपको कई साल हो गए और अनुभव है। आप पुराने सदन में थे और नए सदन में भी हैं। आपको पता होगा कि माइक का रिमोट आसन के पास नहीं होता है, चाहे किसी भी दल का सदस्य हो। इसलिए इस तरह का आरोप नहीं लगा सकते हैं।’

कांग्रेस सांसद के. सुरेश का किया जिक्र
स्पीकर ओम बिरला ने इसके बाद कांग्रेस सांसद के. सुरेश का भी जिक्र करते हुए कहा कि अध्यक्षों के पैनल में सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों का प्रतिनिधित्व होता है, जो अध्यक्ष की अनुपस्थिति में कार्यवाही की अध्यक्षता करते हैं। इसलिए सुरेश जी भी यहां बैठते हैं। उनसे कोई पूछे कि वहां कोई कंट्रोल है क्या? यह आसन की गरिमा का मामला है। कम से कम जो लोग पीठासीन हैं, उन्हें ऐसी आपत्तियां नहीं उठानी चाहिए।

स्पीकर के आसन के पास कोई बटन होता है क्या?
इसके बाद उन्होंने खुद उनसे पूछ लिया कि स्पीकर के आसन के पास कोई बटन होता है क्या? इस पर सुरेश ने मना किया तो फिर बिरला ने कहा, मेरे पास माइक्रोफोन बंद करने के लिए कोई बटन नहीं है। पहले भी इसी तरह का सेट-अप मौजूद था। देखो कोई बटन नहीं है। आसन से सिर्फ व्यवस्था दी जाती है। हम माइक बंद नहीं करते हैं।

दरअसल, इससे पहले कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि लोकसभा में नीट पेपर लीक पर चर्चा की मांग को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का माइक बंद किया गया था।