अब इस देश ने लिया भारत से पंगा, तैयार किए हथियार

हुआंग ने लिखा है, ’12 डिविजनों में 2 लाख से ज्यादा टुकड़ियों के साथ भारत का पहाड़ी बल दुनिया में सबसे ज्यादा है।’ हुआंग का कहना है कि 1970 के बाद से भारत ने पहाड़ी टुकड़ियों को बड़े स्तर पर स्थापित किया है।

साथ ही भारत के पास 50,000 स्ट्राइक फोर्स तैयार करने का प्लान भी है। भारत ने बड़ी संख्या में प्रोफेशनल और नए पर्वतारोहियों को प्राइवेट सेक्टर से रिक्रूट किया है।

चीन के मिलिट्री एक्सपर्ट ने पहली बार भारतीय सेना की तारीफ करते हुए कहा है कि उनके पास दुनिया में सबसे बड़ी और सबसे अनुभवी पहाड़ी सेना है।

भले ही चीन अपने हथियारों की नुमाइश करता हो, लेकिन हुआंग ने जिनपिंग को बताया कि भारत के पास रूस से आए सेना के अत्‍याधुनिक टी-90 भीष्‍म टैंक, रात के अंधेरे में उड़ने वाला एयर फोर्स का सी-17 विमान, दुनिया का सबसे अडवांस्ड हेलिकॉप्टर्स एमआई 17वी5 चॉपर, अमेरिका का 4-इंजन टर्बोप्रॉप मिलिटरी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, और इजरायल का Heron UAV है, जो ज्यादा वक्त तक लंबी दूरी तय कर पाने की काबिलियत।

मॉडर्न वेपनरी मैगजीन के सीनियर एडिटर हुआंग जुओझी ने लिखा है, ‘ अमेरिका, रूस और किसी यूरोपीय देश के पास ऐसी सेना नहीं है जोकि पहाड़ों पर युद्ध करने में सक्षम हो, लेकिन भारत के पास है।’

सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय सेना की मौजूदगी को लेकर हुआंग ने कहा, ‘भारत की सेना ने सियाचिन ग्लेशियर में सैकड़ों आउटपोस्ट बनाए हैं, जिनमें कुछ 5 हजार मीटर ऊंचाई तक पर हैं और इनमें 6 से 7 हजार फाइटर तैनात हैं। सबसे ऊंचा पोस्ट 6,749 मीटर पर बनायागया है।’

चीन और भारत के बीच लद्दाख में लंबे समय से तनाव जारी है। हालांकि दोनों देशों ने आपसी बातचीत के जरिए इसे कम करने की कोशिश की है, जिसके बाद चीन ने अपनी सेना को 2 से 2.5 किलोमीटर तक पीछे हटा लिया है। ऐसे में पहली बार किसी चीनी विशेषज्ञ ने भारतीय सेना की तारीफ करते हुए कहा है कि उससे पंगा लेना भारी पड़ सकता है।