अब इस महामारी के फैलने का खतरा, दुनिया की आधी आबादी हो जाएगी…

जानवरों के मांस की वजह से कई तरह की संक्रामक बीमारियां फैल रही हैं। इसकी वजह से समूची मानव जाति पर खतरा पैदा हो गया है। जानवरों को पालतू बनाने से लेकर उनके शिकार और उनके मांस को खाने के प्रति लगाव ने मानव जाति को खतरे में डाल दिया है।

 

डॉ माइकल ने बताया है कि जूनोसेस इस तरह का संक्रमण है, जो जानवरों से इंसानों में फैलता है। ज्यादातार वायरस कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। लेकिन इनमें से कुछ वायरस मसलन ट्यूबरक्लोसिस और सार्स जैसे वायरस इतनी तेजी से बढ़ते हैं कि ये काफी खतरनाक हो जाते हैं।

इसी कड़ी में कुछ थ्योरी के मुताबिक कोरोना वायरस का संक्रमण भी चीन के वुहान के मीट मार्केट के जरिए जानवरों के मांस से इंसानों के शरीर में आया है।

डॉ. माइकल ग्रेगर ने बताया है कि सबसे ज्यादा खतरा चिकेन से फैलने वाले वायरस से है। इस वक्त पूरी दुनिया में करीब 2400 करोड़ चिकेन पाले जा रहे हैं, जबकि 20 साल पहले इसकी संख्या आधी थी।

चिकेन आज के एग्रीकल्चर का बड़ा हिस्सा हैं। तकरीबन सभी देशों में चिकेन और अंडा खाए जा रहे हैं। सबसे चिंता की बात ये है कि चिकेन को बड़ी क्रूरता से पिंजरे में रखा जाता है। चिकेन फॉर्म्स की हालत बड़ी खराब होती है। इन्हें केमिकल वाले खाद्य पदार्थ खाने को दिया जाता है।

एक अमेरिकी डॉक्टर ने चेतावनी दी है कि कोरोना से भी भयावह बर्ड फ्लू बीमारी के फैलने की संभावना है। ये इतना खतरनाक हो सकता है कि इसकी वजह से दुनिया की आधी आबादी खत्म हो सकती है। अमेरिकी डॉक्टर के मुताबिक कोरोना का संक्रमण तो उसके सामने बच्चों के खेल की तरह होगा।

डेली स्टार की एक रिपोर्ट के मुताबिक शाकाहार को प्रोत्साहित करने वाले एक अमेरिकी डॉक्टर और वैज्ञानिक डॉ माइकल ग्रेगर ने इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने एक नई किताब लिखी है जिसका नाम है- महामारी से कैसे बचें? डॉ माइकल ग्रेगर शाकाहार के फायदे बताते रहे हैं।