अब इस दवा से होगा कोरोना का इलाज, 90 दिनों में पहुचेगी लोगो के पास

अप्रैल से शुरू हुई इस तकनीक का इस्तेमाल कई जगहों पर हुआ है. हाल ही राष्ट्रपति भवन में भी इसका इस्तेमाल हुआ है, जहां डेमो दिया गया है. वहीं अब तक कई सरकारी दफ्तर, 50 के करीब सोसायटी, कई प्राइवेट इंस्टीट्यूट और बैंक, हज़ार से ज़्यादा लिफ्ट में इसका इस्तेमाल किया जा चुका है. वहीं गाड़ियों में भी इसका इस्तेमाल हो रहा है. इसकी कीमत फिलहाल 15 रुपए वर्गफुट है. वहीं इसके इस्तेमाल का असर 90 दिनों तक रहता है.

मनीष पाठक ने बताया, “हमारे गवर्नमेंट के कई सारे क्लाइंट हैं. सरकार की 30-40 बड़ी इमारतों में यह इस्तेमाल हो चुका है। प्राइवेट सेक्टर के कई सारे बैंक और इंस्टिट्यूट में हमने इसका इस्तेमाल किया है। कुछ स्कूल और अस्पतालों में भी हमने किया है.

कंपनी का दावा है कि यह NABL से प्रमाणित है। कंपनी यानी दावा करती है कि यह दवा फर्क रह कर सरफेस पर कारगर साबित है। चाहे वह सदा कागज हो, क्लास हो, लकड़ी हो, या त्वचा हो। इसका स्प्रे हर तरह की सरफेस पर एक लेयर, जोकि 90 दिनों तक उस सरफेस को वायरस से दूर रखता है।

कोरोना के इलाज के लिए कई तरह की कंपनियां सामने आ रही हैं। इसी बीच” कोविकोट ” नाम की एक कंपनी का दावा है कि उसकी एंटीवायरस स्प्रे का यूज करने से कोरोना से 90 दिनों तक का बचाव मिलेगा। कंपनी का दावा है कि इस दवाई को नैनो टेक्नोलॉजी की मदद से बनाया गया है।