अभी अभी यूपी के इस जिलों को किया गया सील, नही होगी किसी की एंट्री

यहां ये भी बता दें कि गाजियाबाद से पहले नोएडा ने भी दिल्ली से जुड़े बॉर्डर को बंद ही रहने का आदेश दिया था। दिल्ली की ओर से भले ही बॉर्डर खोल दिए गए हैं, लेकिन नोएडा ने अपने बॉर्डर अभी भी सील कर रखें हैं।

कोरोना के 1 लाख 31 हजार के पार कंफर्म केस आ चुके हैं। एक दिन में 6,767 नए केस सामने आए हैं. कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,867 हो गई है। देश में कोरोना के 73560 एक्टिव केस हैं, जबकि कोविड-19 संक्रमण से ठीक हो चुके मरीजों की संख्या 54,441 है।

डीएम के अनुसार, गाजियाबाद में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के केस को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। केवल उन लोगों को आने -जाने की छूट मिलेगी जिनके पास पास होगा। इसके अलावा जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को भी गाजियाबाद में आने की अनुमति होगी।

लॉकडाउन के चौथे चरण में 25 मई से घरेलू उड़ान सेवा को भी फिर से शुरू कर दिया गया, लेकिन अभी भी आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में हवाई सेवा की शुरुआत नहीं होने वाली है।

कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, बिहार, पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गोवा और जम्मू-कश्मीर उन कुछ राज्यों में से हैं, जिन्होंने उनके राज्य के हवाई अड्डों पर उतरने वाले यात्रियों के लिए अलग-अलग पृथक-वास के नियम तय किए हैं।

कुछ राज्यों ने जहां यात्रियों को अनिवार्य संस्थागत पृथक-वास केन्द्रों में रखने का फैसला लिया है, वहीं कई अन्य ने उन्हें घर और पृथक-वास केन्द्रों में रखने की बात कही है।

चीन के वूहान शहर से उत्पन्न होने वाला 2019 नोवेल कोरोनावायरस इसी समूह के वायरसों का एक उदहारण है, जिसका संक्रमण सन् 2019-20 काल में तेज़ी से उभरकर 2019-20 वुहान कोरोना वायरस प्रकोप के रूप में फैलता जा रहा है। हाल ही में WHO ने इसका नाम COVID-19 रखा।

गाजियाबाद में कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां सोमवार तक कोरोना के 230 केस सामने आ चुके हैं। जबकि दो लोगों की कोरोना वायरस के कारण मौत भी हो चुकी है।

कोरोना के खतरे को कम करने के लिए गाजियाबाद प्रशासन ने बड़ा कदम है। जिसके मुताबिक आज से दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर सील कर दिया गया है।