एक छोटा बयान जारी करते हुए MEA ने कहा कि दोनों देशों के मिलिट्री कमांडर्स इस बात पर सहमत हुए कि पूर्वी लद्दाख में जारी सीमा विवाद का हल शांतिपूर्वक, द्विपक्षीय समझौतों के आधार पर निकाला जाएगा।
द्विपक्षीय संबंधों के सम्पूर्ण विकास के लिए भारत-चीन सीमा क्षेत्र में शांति आवश्यक है। मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने डिप्लोमेटिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ को भी याद किया।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने रविवार को कहा कि दोनों पक्ष ‘द्विपक्षीय समझौतों के मुताबिक सीमाई इलाकों में स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान पर सहमत’ हैं।
MEA के मुताबिक, दोनों देशों के बीच मिलिट्री कमांडर लेवल की बातचीत बेहद शांतिपूर्ण और गर्मजोशी से भरे माहौल में हुई। चीन ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर पिछले कुछ हफ्तों से आक्रामक रुख अपनाया हुआ था। कई दौर की बातचीत अबतक बेनतीजा रही थी।
दोनों देश इस बात पर सहमत हुए कि मसले का जल्द हल निकलने से रिश्ते आगे बढ़ेंगे।सीमा पर बेवजह तनाव पैदा कर रहे चीन को शांति की भाषा समझ आने लगी है। शनिवार को लद्दाख में हुई मिलिट्री कमांडर लेवल मीटिंग ने असर दिखाया है। अब चीन शांति से पूरे विवाद को सुलझाने के लिए तैयार है।