स्तनपान करवाने वाली मां से भूल से भी न पूंछे ये सवाल, ये है वजह

मां बनने के बाद सब कुछ बदल जाता है। अपने नवजात शिशु की देखभाल करने के अलावा नई मां को और भी बहुत सी बातों से निपटना पड़ता है जैसे अपने आसपास के लोगों से मिलने वाली अनुचित सलाह और प्रश्न। हम सभी जानते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति अपने अनुभव से सीखता है। जीवन में हर चीज के लिए कोई एक ही नियम कायदा नहीं बना हुआ है। समय और जरूरत के मुताबिक बदलाव आता रहता है और यह बात बच्चों की परवरिश पर भी लागू होती है। अब अगली बार किसी स्तनपान करवाने वाली मां पर कमेन्ट करने या उससे प्रश्न पूछने से पहले इन बातों का ध्यान रखें।स्तनपान करवाने वाली माएं अपनी स्वाभाविक बुद्धि से काम करती हैं और मुश्किल से पर्याप्त नींद ले पाती हैं। संभवत: उनके पास इस बात का सटीक प्रमाण नहीं होता है कि बच्चे का पेट कब पूरा भरा हुआ है।

परन्तु आप आराम करें क्योंकि वह अभी सीख रही है। स्वाभाविक है कि बच्चा स्वयं नहीं बता सकता कि उसका पेट भरा हुआ है अथवा नहीं परन्तु मां यह बात समझती है और उसकी सहज बुद्धि यह बता सकती है कि कब उसका बच्चा भूखा है और कब बच्चे का पेट भरा हुआ है। यदि वह नहीं भी जानती है तो आप भी प्रश्न पूछकर उसकी मदद नहीं कर रहे हैं।गर्भावस्था के दौरान तथा प्रसव के पश्चात महिलाओं को बहुत कुछ सहन करना पड़ता है। अच्छा होगा कि स्तनपान से जुड़ी कठोर बातें आप अपने तक ही रखें। इसके अलावा एस्थेटिक सर्जरी जर्नल के अध्ययन के अनुसार स्तनों के लटक जाने का कारण गर्भावस्था होता है ना कि स्तनपान कराना।यह बहुत अच्छी बात है।

परन्तु यदि कोई मां अपने बच्चे को स्तनपान करवाना चाहती है तो इससे आपका और आपके बच्चे का कोई संबंध नहीं है। यह अपनी अपनी पसंद की बात है।क्या आपको ऐसा नहीं लगता कि इसमें आपको दखल देने की कोई जरूरत नहीं है? हर बच्चा अलग होता है और उसी तरह उनकी जरूरतें भी अलग अलग होती हैं। कुछ लोगों के लिए अधिक समय तक बच्चे को दूध पिलाना सुविधाजनक नहीं होता परन्तु इसका यह अर्थ नहीं है कि यह सही नहीं है।

बल्कि अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अनुसार बच्चे को एक साल तक स्तनपान करवाना चाहिए और मां तथा बच्चा जब तक चाहे तब तक इसे शुरू रख सकते हैं। इस बात का कोई मतलब नहीं है कि आपकी मां, बहन या आपकी अच्छी दोस्त ने क्या किया था।नवजात शिशु की मांगे बहुत अधिक होती हैं जसमें हेरफेर किया जा सकता है। आप इतने छोटे बच्चे को बिगाड़ नहीं सकते। कुछ नवजात बच्चों को हर 1.5 घंटे बाद और कुछ को हर 3 घंटे बाद स्तनपान करवाने की आवश्यकता होती है। नवजात बच्चे को एक दिन में 8 से 12 बार स्तनपान करवाना सामान्य है