उत्तर प्रदेश में भी नहीं कोरोना का खतरा, 10 दिन में हुई इतने लोगो की मौत

रविवार को 34 निजी व एक सरकारी अस्पताल समेत 35 अस्पतालों में कुल 974 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। हालांकि, रविवार को वैक्सीनेशन नहीं होता है, लेकिन आनलाइन रजिस्ट्रेशन में सैकड़ों लोगों को रविवार की तारीख मिल गई थी।

इसलिए उन सभी का वैक्सीनेशन कराया गया। एसीएमओ डा. एमके ङ्क्षसह ने बताया कि सबसे ज्यादा 712 बुजुर्गों और 179 बीमार व्यक्तियों ने वैक्सीन ली। 76 स्वास्थ्य कर्मियों ने पहली व चार ने दूसरी डोज ली।

पिछले चार-पांच दिनों से नए संक्रमित मरीजों के आंकड़े भी आंशिक रूप से बढ़ रहे हैं। मौतें भी अब 1189 पहुंच गई हैं। रविवार को रायबरेली रोड व इंदिरा नगर में चार-चार, गोमती नगर में तीन, अमीनाबाद में दो व अन्य जगहों पर छिटपुट रोगी पाए गए। सर्विलांस और कांटैक्ट ट्रेसिंग के आधार पर 5696 लोगों के नमूने लिए गए।

इसी तरह दो फ्रंटलाइन वर्करों ने पहली और एक ने दूसरी खुराक ली.उत्तर प्रदेश में भले ही कोरोना संक्रमण काफी हद तक काबू में चल रहा हो, मगर इसका खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है।

इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पिछले 10 दिनों में रविवार को कोरोना वायरस से तीसरी मौत हो गई। पहली मौत 6 मार्च को और दूसरी मौत 12 मार्च को हुई थी।

इसके अलावा पिछले 24 घंटों में 19 नए संक्रमित पाए गए हैं। जबकि, 36 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। इसके अलावा विभिन्न अस्पतालों में रविवार को 974 लोगों को वैक्सीन दी गई।