उत्तर कोरिया ने निशाने पर आया ये देश, तैयार किया 60 से ज्यादा परमाणु हथियार

उत्तर कोरिया अपने परमाणु प्रोग्राम को इसलिए तैयार कर रहा है क्योंकि उसे लगता है कि परमाणु हमले के भय से शत्रु देश उत्तर कोरिया में तख्तापलट की प्रयास नहीं करेंगे. लीबिया में मुअम्मर गद्दाफी की मृत्यु को उत्तर कोरिया उदाहरण की तरह देखता है. किम नहीं चाहते कि उत्तर कोरिया में ऐसा हो.

 

ट्रंप व किम के बीच बीते साल 12 जून को सिंगापुर में पहली मीटिंग हुई. वहीं दूसरी मुलाकात 28 फरवरी को वियतनाम में हुई. इन बैठकों में कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर समझौते हुए.

तीसरी बार ट्रंप ने कोरियाई प्रायद्वीप के असैन्य क्षेत्र में 30 जून को किम जोंग-उन से मुलाकात की थी. मगर इन मुलाकातों का कोई भी सकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा. उत्तर कोरिया के पास दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा रसायनिक हथियारों का जखीरा है.

इस रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया ने जैविक हथियारों पर शोध किया है. संभावना जताई जा रही है कि उसने एंथ्रेक्स व चेचक को हथियार बनाया है. केवल एक किलोग्राम एंथ्रेक्स सियोल में करीब 50 हजार लोगों को मृत्यु के घाट उतार सकता है. उत्तर कोरिया ने साइबर वॉर की ताकत रखता है.

उत्तर कोरिया के पास करीब 6 हजार से अधिक हैकर्स हैं. इनमें से कई चीन,बेलारूस, मलेशिया, रूस व हिंदुस्तान से भी कार्य करते हैं. किम की सेना ने बॉयोलॉजिकल वेपन भी तैयार करे हैं. इसे किसी भी मिसाइल में फिट किया जा सकता है.

आंतरिक रिपोर्ट के अनुसार किम जोंग उन (Kim JOng Un) की सेना के पास 60 से ज्यादा परमाणु हथियार उपस्थित हैं. इसके साथ जैविक हथियारों में एंथ्रेक्स व चेचक के हथियार भी तैयार कर लिए हैं. इन हथियारों के निशाने पर जापान, अमरीका व दक्षिण कोरिया है.

उत्तर कोरिया (North Korea) हर वर्ष अपने परमाणु बमों को बढ़ाता जा रहा है. उसने परमाणु बम के अतिरिक्त जैविक हथियारों को भी तैयार कर लिया है. अमरीका सेना (US Army) की