अटल पेंशन योजना के सदस्यों की संख्या में हुई बढ़ोतरी

नरेन्द्र मोदी सरकार के द्वारा शुरु की गई अटल पेंशन योजना (एपीवाई) में वैसे अब सदस्यों की संख्या बढ़कर 1.9 करोड़ से अधिक हो गई है. यह जानकारी पेंशन फंड नियामक पीएफआरडीए ने दी. असंगठित क्षेत्र के कामगारों को सामाजिक सुरक्षा देने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने यह योजना प्रारम्भ की है.


पीएफआरडीए ने दी जानकारी

नियामक ने बयान में बोला कि नामांकन बढ़ने का मुख्य कारण नए अटल पेंशन खाते खोलने के लिए बैंकों को दिए गए लक्ष्यों का पूरा होना है. पेंशन निधि विनियामक  विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने बोला , ” चालू वित्त साल में अटल पेंशन योजना के नामांकन को अच्छी रिएक्शन मिली है. 31 अक्टूबर 2019 तक अटल पेंशन योजना के 36 लाख से ज्यादा खाते खोले गए हैं. यह 33 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है. एक वर्ष पहले की इसी अवधि में वृद्धि 26 प्रतिशत थी.

36 लाख खोले गए खाते

36 लाख एपीवाई खातों में 27.5 लाख खाते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों , 5.5 लाख खाते क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक  करीब तीन लाख खाते व्यक्तिगत बैंक  भुगतान बैंक द्वारा खोले गए हैं. सार्वजनिक बैंक में , भारतीय स्टेट बैंक का सहयोग सबसे अधिक रहा. उसने 11.5 लाख अटल पेंशन खाते जोड़े. इसके बाद कैनरा बैंक  बैंक ऑफ इंडिया का नंबर है.

2020 तक बढ़ेगी लोगों की संख्या

आपको बता दें कि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक  आंध्र प्रदेश ग्रामीण विकास बैंक ने सबसे ज्यादा अटल पेंशन खाते खोले हैं. भुगतान बैंक श्रेणी में, एयरटेल पेमेंट बैंक ने चालू वित्त साल में अब तक करीब 1.8 लाख पेंशन खाते खोले हैं. बयान में बोला गया है कि पीएफआरडीए ने मार्च 2020 तक 2.25 करोड़ लोगों को इस पेंशन योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा है.