वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी से नितिन गडकरी ने की मुलाकात, पैर छूकर लिया आशीर्वाद

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नितिन गडकरी गुरुवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर पहुंचे। यहां उन्होंने पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी से मुलाकात की। मुलाकात का वीडियो भी उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया। एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन दिया- वरिष्ठ नेता, हमारे मार्गदर्शक भारत रत्न श्री लालकृष्ण आडवाणी जी से भेंट।

केंद्रीय मंत्री द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में दिख रहा है कि वे हाथ जोड़कर पूर्व उप पीएम के सामने आए। उन्होंने उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया। साथ में उनकी पत्नी भी थी। उनकी पत्नी ने भी उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने अपनी पत्नी के साथ उन्हें गुलदस्ता भेंट किया। पूर्व उप पीएम कुर्सी पर बैठे दिखे। स्वागत सत्कार के बाद उन्होंने बैठ कर बातें की। खास बात है कि केंद्रीय मंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेने के बाद पहली बार गडकरी वरिष्ठ नेता से मिलने पहुंचे। बता दें, कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके आवास पर पहुंचे थे और उनकी मुलाकात की थी।

भारत रत्न से सम्मानित हैं आडवाणी
भाजपा के संस्थापक चेहरों में से एक लालकृष्ण आडवाणी को फरवरी में भारत रत्न देने का एलान किया गया था। खुद पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर इसकी घोषणा की थी। प्रधानमंत्री ने पोस्ट में कहा था कि भारत के विकास में उनका योगदान स्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर देश के उप-प्रधानमंत्री के तौर पर काम करते हुए चला। स्वास्थ्य परेशानी के कारण राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में आडवाणी के आवास पर उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया था। इस दौरान पीएम मोदी भी साथ थे।

कौन हैं लालकृष्ण आडवाणी?
भाजपा के वरिष्ठ नेता और देश के सातवें उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म पाकिस्तान के कराची में 8 नवंबर, 1927 को एक हिंदू सिंधी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम किशनचंद आडवाणी और मां का नाम ज्ञानी देवी है। उनके पिता पेशे से एक उद्यमी थे। शुरुआती शिक्षा उन्होंने कराची के सेंट पैट्रिक हाई स्कूल से ग्रहण की थी। इसके बाद वह हैदराबाद, सिंध के डीजी नेशनल स्कूल में दाखिला लिया। विभाजन के समय उनका परिवार पाकिस्तान छोड़कर मुंबई आकर बस गया। यहां उन्होंने लॉ कॉलेज ऑफ द बॉम्बे यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की। उनकी पत्नी का नाम कमला आडवाणी है। उनके बेटे का नाम जयंत आडवाणी और बेटी का नाम प्रतिभा आडवाणी है।

आडवाणी 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारत के सातवें उप प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं। इससे पहले वह 1998 से 2004 के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में गृहमंत्री रह चुके हैं। वह उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी थी। 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता की भूमिका बखूबी निभाई है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जरिए अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। 2015 नें उन्हें भारत के दूसरे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।