नेपाल ने भारत के विदेशी मंत्री से की ये बड़ी शिकायत , कहा – रूका हुआ है ये अभियान

आपको बता दें कि भारत में बनी वैक्सीन की सप्लाई में देरी का मुद्दा सिर्फ नेपाल ने ही नहीं बल्कि दुनियाभर के कई देशों ने उठाया है। ईरान ने भी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की सप्लाई में देरी की शिकायत की है.

जबकि ईरान पहले ही वैक्सीन की डोज का भुगतान कर चुका है। ईरानी दूतावास ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी है। नेपाल और ईरान के अलावा भारत की वैक्सीन सप्लाई में देरी की वजह से ब्रिटेन, ब्राजील, सऊदी अरब, मोरक्को, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, फिलीपींस और वियतनाम सहित कई देशों में टीकाकरण अभियान प्रभावित हुआ है।

आपको बता दें कि नेपाल के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड वैक्सीन की एक लाख डोज नेपाल ने मांगी थी, जिसमें देरी हो रही है।

इस देरी की वजह से नेपाल में दूसरे चरण का टीकाकरण अभियान भी रूका हुआ है। आपको बता दें कि नेपाल ने भारत के साथ वैक्सीन की 2 लाख डोज का समझौता किया था, जिसमें से एक लाख डोज की सप्लाई हो चुकी है और एक लाख बाकि है।

भारत के पड़ोसी मुल्क नेपाल ने कोरोना वैक्सीन की सप्लाई में देरी की शिकायत विदेशी मंत्री एस जयशंकर से की है। दरअसल, नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने शुक्रवार को एस जयशंकर से फोन पर बातचीत की।

इस बातचीत के दौरान उन्होंने भारत में निर्मित कोरोना वैक्सीन की 1 लाख डोज की सप्लाई में देरी का मुद्दा उठाया। इसके अलावा इस बातचीत में दोनों देशों के बीच कोरोना महामारी से निपटने के लिए की जाने वाली कोशिशों पर भी चर्चा हुई।