ऊंचे स्तर से सोने के भाव में करीब पांच प्रतिशत की गिरावट

अंतरार्ष्ट्रीय मार्केट से मिले निर्बल संकतों से घरेलू वायदा एवं हाजिर मार्केट में सोने-चांदी की चमक फीकी पड़ गई है. घरेलू वायदा मार्केट में सितंबर के ऊंचे स्तर से सोने के भाव में करीब पांच प्रतिशत की गिरावट आई है जबकि चांदी के दाम में 6,000 रुपये प्रति किलो से ज्यादा की गिरावट आई है.

कमोडिटी मार्केट विश्लेषकों ने बताया कि अमेरिका-चीन व्यापार बातचीत सकारात्मक दिशा में बढ़ने के इशारा मिलने से पीली धातु की निवेश मांग नरम पड़ चुकी है जिसके कारण महंगी धातुओं के दाम में गिरावट आई है. देश के सबसे बड़े वायदा मार्केट मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर शुक्रवार को रात 10.19 बजे सोने के दिसंबर अनुबंध में पिछले सत्र से 317 रुपये की कमजोरी के साथ 37,949 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले सोने का भाव 37,921 रुपये प्रति 10 ग्राम तक लुढ़का. चार सितंबर 2019 को सोने का भाव एमसीएक्स पर 39,885 रुपये प्रति 1० ग्राम तक उछला था, जिसके बाद शुक्रवार को 4.9 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई.

सोने का भाव सितंबर के बाद घरेलू सरार्फा मार्केट में करीब 1,500 रुपये प्रति 10 ग्राम टूटा है. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के अनुसार, शुक्रवार को 24 कैरट सोने का भाव बिना GST के 38,093 रुपये प्रति 10 ग्राम व 22 कैरट शुद्धता के सोने का दाम 35,033 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जबकि फाइन सोने का भाव 38,246 रुपये प्रति 10 ग्राम था. सोने पर तीन प्रतिशत GST लगता है.

एमसीएक्स पर चांदी के दिसंबर अनुबंध में 431 रुपये की कमजोरी के साथ 44,292 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले दिनभर के कारोबार के दौरान चांदी का भाव 44,061 रुपये प्रति किलो तक गिरा. चार सिंतबर को चांदी का भाव एमसीएक्स पर 50,672 रुपये प्रति किलो तक उछला था जिसके बाद शुक्रवार को 6,211 रुपये की गिरावट दर्ज की गई. हाजिर में चांदी का भाव 44,380 रुपये प्रति किलो था.

आईबीजेए के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता ने बताया कि अंतरार्ष्ट्रीय मार्केट में सोने व चांदी में नरमी के कारण घरेलू मार्केट में महंगी धातुओं के दाम में गिरावट आई है, हालांकि आगे विवाह का सीजन के होने के कारण गिरावट पर खरीदारी बढ़ेगी. केडिया एडवायजरी के डायेरक्टर अजय केडिया ने बोला कि अमेरिका व चाइना के बीच व्यापारिक मसलों को सुलझाने की दिशा में होने वाली बातचीत में प्रगति से महंगी धातुओं की निवेश मांग नरम पड़ गई है. उन्होंने बोला कि घरेलू मार्केट में सोने व चांदी में नरमी का एक कारण रुपये में आई मजबूती भी है क्योंकि डॉलर के मुकाबले रुपये में पिछले दिनों आई कमजोरी के बाद फिर शुक्रवार को सुधार देखा गया जिससे सोने के दाम में गिरावट आई.