नैंसी शर्मा हत्याकांड में सहेलियों ने उठाया पति के राज से लॉन्ग ड्राइव का पर्दा, सच्चाई जान उड़ गए सभी के होश

पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी थाना क्षेत्र की रहने वाली नैंसी शर्मा 10 नवंबर को लापता हो गई थी। उसका शव पुलिस ने पानीपत के रिफाइनरी के पास झाड़ियों से 28 नवंबर को बरामद किया था। नैंसी की बायीं कनपटी पर गोली मारी गई थी। नैंसी की हत्या के आरोप में पुलिस गुरुवार को उसके पति साहिल व उसके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया था।

बता दें कि नैंसी शर्मा की हत्याकांड का खुलासा करने में उसकी दो सहेलियों ने बहुत मदद की थी। दोनों को योगदान तो इतना रहा है कि अगर वो न होतीं तो शायद ये मामला लंबे समय तक अनसुलझा रह जाता।

सास और ससुर ने बताई थी अलग-अलग बात
12 नवंबर को प्रियांजलि ने नैंसी शर्मा को फोन किया, लेकिन फोन स्विच ऑफ मिला। नैंसी की सहेलियां प्रियांजलि और सरानिया नैंसी की फोन पर हाल खबर ले लिया करती थी। सहेलियों को नैंसी की जिंदगी में क्या चल रहा था इसकी जानकारी थी। 13 नवंबर को प्रियांजलि नैंसी के घर गई। यहां पर घर में सिर्फ नैंसी के ससुर अश्वनी चोपड़ा मिले। उन्होंने कहा कि नैंसी पति के साथ घूमने के लिए फ्रांस गई है। 15 नवंबर को प्रियांजलि ने नैंसी की मां रोशनी शर्मा से फोन पर बात की तो उसने बताया कि वो घूमने के लिए हरिद्वार गए हैं। लेकिन साहिल का फोन बंद था, इसलिए प्रियांजलि ने दूसरा नंबर मांगा तो साहिल की मां ने उपलब्ध होने से मना कर दिया।

25 नवंबर को गुमशुदमी का दर्ज कराया था मुकदमा
इसके बाद 23 नवंबर को प्रियांजलि व सरानिया ने नैंसी की मां को फोन कर बताया कि नैंसी काफी दिनों से घर पर नहीं है। उसके सास ससुर भी अलग अलग बातें बता रहे हैं। ये बातें सुनते ही उसके परिजन नैंसी के घर गए। यहां पर ना साहिल मिला और ना ही नैंसी। इसके बाद परिजनों को किसी अनहोनी की आशंका हुई। जिसके बाद 25 नवंबर को उन्होंने जनकपुरी पुलिस थाना में नैंसी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत देने के बाद साहिल पुलिस के सामने आया और कहा कि 11 नवंबर को नई दिल्ली में पश्चिमी विहार फ्लाईओवर के पास नैंसी को छोड़ दिया था। उनका आपस में झगड़ा हो गया था।

तीन साल पहले हुई थी साहिल से दोस्ती
दिल्ली सागर पुरी निवासी संजय शर्मा ने बताया कि उनकी तीन बेटे-बेटियों में नैंसी सबसे बड़ी थी। रिद्घिमा छोटी बहन व दीवान शर्मा छोटा भाई है। पिता संजय शर्मा का अपना काम है। तीन साल पहले नैंसी की दोस्ती जनकपुरी निवासी साहिल चोपड़ा पुत्र अश्वनी चोपड़ा के साथ हुई थी। अश्वनी चोपड़ा का दिल्ली में कार सेल एंड परचेज का काम है। दो साल तक लिव इन रिलेशनशिप में रहने के बाद 27 मार्च, 2019 को दोनों ने मंदिर में शादी की थी। लेकिन शादी के कुछ महीने बाद दोनों में अनबन होने लगी थी।

9 नवंबर को हुई थी नैंसी से बात
नैंसी के भाई ने बताया कि नैंसी की हत्या से एक दिन पहले यानी 9 नवंबर को दोनों की बात हुई थी। उस समय नैंसी ने कुछ ऐसी बात बताई थी कि अगर उसपर यकीन किया गया होता तो आज नैंसी जिंदा होती। दरअसल, नैंसी के चचेरे भाई जतिन शर्मा ने बताया कि नैंसी शादी के बाद से ही काफी दुखी थी। उसके साथ आए दिन मारपीट की जाती थी। 9 नवंबर को उसके साथ मारपीट की गई। उसने उसे और मां को फोन करके बताया कि वो बहुत दुखी हैं, ये लोग उसे मार देंगे। अगर मेरी आप लोगों से दो दिन बात ना हो तो समझ जाना मुझे मार दिया गया है।

10 नवंबर को लापता हो गई थी नैंसी
संजय शर्मा ने बताया कि 10 नवंबर के बाद जब उनकी काफी दिनों तक नैंसी से बात नहीं हुई तो उन्होंने 25 नवंबर को जनकपुरी थाने में बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। उन्होंने पुलिस को बताया कि 10 नवंबर से उनकी बेटी का मोबाइल फोन बंद है। शिकायत के आधार पर जनकपुरी थाना के एसएचओ जयप्रकाश व इंस्पेक्टर कश्मीरी लाल के नेतृत्व में गठित टीम ने छानबीन शुरू की। पुलिस ने नैंसी के पति साहिल की कॉल डिटेल को खंगाला तो पाया कि उसकी बातचीत शुभम नामक शख्स से लगातार हो रही है। उसकी लोकेशन पानीपत में नजर आई।

15 दिन तक खेत में पड़ा रहा शव
शुभम के बारे में पूछताछ में पता चला कि वह साहिल के यहां नौकरी करता है। इसके बाद पुलिस ने शुभम व साहिल से पूछताछ की। दोनों ने बताया कि उन्होंने नैंसी को गोली मार दी और शव को पानीपत स्थित रिफाइनरी के पास सड़क किनारे फेंक दिया। आरोपितों से पूछताछ के बाद पुलिस को इस मामले में तीसरे अन्य शख्स के बारे में पता चला। उसका नाम बादल है। पुलिस ने तीनों से मिली जानकारी के आधार पर शव को पानीपत रिफाइनरी के पास स्थित सड़क किनारे खेत से बरामद कर लिया। पुलिस के अनुसार, शव करीब 15 दिन तक खेत में पड़ा रहा।

लॉन्ग ड्राइव पर ले गया था साहिल
घटना का खुलासा एसएचओ जयप्रकाश और इनकी टीम ने किया है। पुलिस ने बताया कि साहिल चोपड़ा की उसकी पत्नी नैंसी शर्मा के साथ अक्सर झगड़ा हुआ करता था। 9 नवंबर की रात में भी दोनों के बीच खूब लड़ाई हुई। तभी साहिल ने पत्नी को मारने का फैसला कर लिया। उसने शुभम और ड्राइवर बादल की मदद ली। तीनों ने अवैध पिस्टल और गोलियों का जुगाड़ किया और 10 नवंबर की सुबह 9 बजे अपने घर पहुंचा। फिर साहिल ने पत्नी नैंसी से रात की लड़ाई के लिए माफी मांगी और उसे मूड चेंज करने के लिए लॉन्ग ड्राइव पर जाने के लिए मनाया।